एडीसी ने शुरू की कौंसिल के दो करोड़ के टेंडर घोटाले की जांच

बरनाला नगर कौंसिल बरनाला के अधीन शहर के विकास कार्यों को करने के लिए करीब 2 करोड़ की लागत के टेंडर लगाए गए थे परंतु शहर के लोकल ठेकेदारों द्वारा डाले टेंडर रद्द कर दिए गए थे। इस मामले को लेकर 14 ठेकेदारों ने डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका को ज्ञापन सौंप कर डीसी दफ्तर समक्ष नगर कौंसिल के ईओ सतीश गर्ग व प्रधान संजीव शौरी के खिलाफ नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 04:56 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 04:56 PM (IST)
एडीसी ने शुरू की कौंसिल के दो करोड़ के टेंडर घोटाले की जांच
एडीसी ने शुरू की कौंसिल के दो करोड़ के टेंडर घोटाले की जांच

जागरण संवाददाता, बरनाला :

नगर कौंसिल बरनाला ने गत दो जनवरी को शहर के विकास कार्यों के लिए करीब दो करोड़ की लागत के टेंडर लगाए थे, परंतु कौंसिल प्रधान ने शहर के लोकल ठेकेदारों द्वारा डाले टेंडर रद करने तथा 16 जनवरी को इस मामले को लेकर 14 ठेकेदारों ने डीसी दफ्तर के समक्ष नगर कौंसिल के ईओ व प्रधान संजीव शौरी के खिलाफ नारेबाजी करके डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका को ज्ञापन सौंपा था।

डीसी फुलका ने इस केस की जांच एडीसी रूही दुग को सौंप दी थी। मंगलवार को एडीसी ने बताया कि उन्होंने इस दो करोड़ के टेंडर अपने चहेतों को देने के आरोप में मिली शिकायत के आधार पर केस की जांच पड़ताल गहराई से शुरू कर दी है व कौंसिल को टेंडर के रिकार्ड व आन लाइन टेंडरों की रिपोर्ट व अन्य कागजात तैयार रखने के लिए कह दिया है।

उन्होंने कहा कि जब कौंसिल ने 24 अक्टूबर 2019 को ब्लैक लिस्ट किए गए ठेकेदार को कैसे टेंडर दिया जा सकता है, यह एक गंभीर मामला है व इस जांच में जो भी आरोपित पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

ठेकेदार वरिदर हैप्पी, बीरबल ठेकेदार, लव सहौरियां, मलकीत सिंह मीता, विक्की ठेकेदार, ठेकेदार अशोक कुमार, शिव कुमार, शीतल लाल, सुरेंद्र कुमार, गुरदीप सिंह, नितिन कुमार, सुदर्शन कुमार, नवदीप सिंह नछत्तर सिंह ने कहा कि अगर लोकल ठेकेदारों से काम छीन कर अपने चहेतों को दिया गया तो वह चुप्प नहीं बैठेंगे व यह बात 26 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस के मीत प्रधान व हलका इंचार्ज केवल सिंह ढिल्लों आएंगे तो उनको बताएंगे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा ने कहा कि वह इस टेंडर घोटाले व अन्य घोटालों को लेकर विजिलेंस जांच की मांग करते हैं, ताकि कोई भी भ्रष्टाचार मे संलिप्त अधिकारी अथवा राजनीतिक नेता भ्रष्टाचार न कर सके। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार का लोगों से वायदा है कि वह प्रदेश में भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचार संलिप्त को बर्दाशत नहीं करेंगे।

chat bot
आपका साथी