किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में दीप जलाए

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर शुरू किया धरना शुक्रवार को 401वें दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Nov 2021 03:37 PM (IST) Updated:Fri, 05 Nov 2021 03:37 PM (IST)
किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में दीप जलाए
किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में दीप जलाए

जागरण संवाददाता, बरनाला

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर शुरू किया धरना शुक्रवार को 401वें दिन भी जारी रहा।

किसान नेताओं नछत्तर सिंह सहौर, रणधीर सिंह राजगढ़, जसवंत कौर बरनाला, धर्मपाल कौर, बलवंत सिंह ठिकरीवाला, काका सिंह फरवाही, मेला सिंह कट्टू, हरचरण सिंह चन्ना, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, बलवीर कौर करमगढ़, गुरजंत सिंह हमीदी, अमरजीत कौर ने कहा कि धरनास्थल पर लोककवि संतराम उदासी की बरसी मनाई जाएगी।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दीपावली को किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में दीप जलाए गए। परिवारों सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी पुरुषों और महिलाओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर किसान आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। हाथों में जलते दीये और मोमबत्तियां लिए उन्होंने मंत्रोच्चारण के साथ दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने कहा कि सरकारों को आज दीपावली पर पटाखों व पराली जलाने के कारण शहरों में वायु प्रदूषण नजर आता है परंतु सरकारों को फैक्ट्रियों, भट्टों आदि का प्रदूषण नजर नहीं आता। किसान शौक से नहीं मजबूरी से पराली जलाते हैं। अगर सरकार पराली का कोई हल निकाले तो किसान कभी भी पराली नहीं जलाएंगे। करीब एक साल से दिल्ली के बार्डरों पर बैठे किसान जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं, वह भी सरकार को दिखाई नहीं दे रहे। केंद्र सरकार को उनकी सुध लेनी चाहिए व तीनों खेती कानून रद करने चाहिए।

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