बस चालकों के आगे बेबस हुआ प्रशासन

बरनाला शहर में विभिन्न जगह पर चल रहे एसटीपी निर्माण के कारण शहर के मुख्य मार्ग पर सड़क का निर्माण ना होने के कारण आम लोगों राहगीरों से लेकर बस चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन उक्त काम कछुआ चाल से विगत वर्ष से चल रहा है जिस कारण लोग इस काम की स्पीड़ को देखते इसको राजनीति चाल बता बस स्टैंड का तबादला की नीति बताने लगे है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:16 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 06:23 AM (IST)
बस चालकों के आगे बेबस हुआ प्रशासन
बस चालकों के आगे बेबस हुआ प्रशासन

संवाद सूत्र, बरनाला : शहर में विभिन्न जगह पर चल रहे एसटीपी निर्माण के कारण शहर के मुख्य मार्ग पर सड़क का निर्माण नहीं होने के कारण आम लोगों, राहगीरों से लेकर बस चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उक्त काम कछुआ चाल से विगत वर्ष से चल रहा है, जिस कारण लोग इस काम की गति को देखते हुए इसको राजनीति चाल बता बस स्टैंड का तबादला की नीति बताने लगे।

जबकि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बन देख रही है। 22 एकड़ निवासियों ने अपने दम पर रास्ता बंद कर दिया। लेकिन बसें फव्वारा चौक के रास्ते, अनाज मंडी के रास्ते व अन्य नियमों का उल्लघंन करते गुजर रही है। शुक्रवार को अनाज मंडी में शुरू हुई गेहूं की आमद के चलते गेट बंद कर दिए गए, जिसके बाद बस चालकों ने अपनी मनमर्जी दिखाते बस स्टैंड जाम करके गेट बंद कर दिया व हंगामा शुरू कर दिया। इस पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन झुकता हुआ गेट खोल गुजरने के लिए रास्ता देने के लिए पहुंच गया। गौर हो कि बस चालकों द्वारा चक्का जाम के चलते आम लोगों व मुसाफिरों का परेशानियों का सामना करना पड़ा व पैदल ही बस स्टैंड व अनाज मंडी में से अपने ठिकाने पहुंचना पड़ा। अनाज मंडी में गुजरती तेज रफ्तार बसों के कारण अब तक तीन हादसों में एक की मौत हो गई चुकी है।

डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि जब तक रोड़ नहीं बन जाता है, तब तक बसों को रास्ता दिया गया है। क्योंकि सभी रास्ते बंद है।

chat bot
आपका साथी