सरकारी पर्ची की बजाए खुद की बनाई पर्चियों पर नि:शुल्क किया चेकअप व दी दवाईयां
छठे वेतन कमीशन में एनपी की कटौती को लेकर पूरे पंजाब में पीसीएमएस एसोसिएशन पीसीएमएस एसोसिएशन डैंटल के सरकारी डाक्टर मांगों को लेकर 12 जुलाई से हड़ताल पर हैं।
संवाद सहयोगी, बरनाला
छठे वेतन कमीशन में एनपी की कटौती को लेकर पूरे पंजाब में पीसीएमएस एसोसिएशन, पीसीएमएस एसोसिएशन डैंटल के सरकारी डाक्टर मांगों को लेकर 12 जुलाई से हड़ताल पर हैं। वीरवार को समूह डाक्टरों ने अस्पतल के पार्क में ओपीडी चलाकर मरीजों को सरकारी पर्ची की बजाए अपनी तरफ से बनाई पर्चियों पर लोगों की नि:शुल्क ओपीडी की। डाक्टरों द्वारा मरीजों को जन औष्धि केंद्र से मुफ्त दवाईयां भी मुहैया करवाई गई। इस अवसर पर संबोधित करते डा. कमलजीत सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार छठे वेतन कमीशन अनुसार एनपीए को 25 फीसदी से कम करके 20 फीसदी करे व प्राथमिक वेतन से डी-लिक करने के चलते समूह मुलाजिम वर्ग में रोष पाया जा रहा है। सरकार के इस मुलाजिम विरोधी रवैये के खिलाफ डाक्टरों को मजबूरन संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार मांगें नहीं मानती तब तक हड़ताल इसी तरह जारी रहेगी। इस मौके डा. राजिदर कुमार, डा. कमल बाजवा, डा. काकुल बाजवा, डा. वंदना, डा. लिप्सी मोदी, डा. राज कुमार हाजिर थे।
इसी तरह महल कलां के समूह वेटरनरी डाक्टरों ने मुफ्त ओपीडी चलाकर पंजाब सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों के खिलाफ नए ढंग से रोष प्रदर्शन किया। ज्वाइंट गवर्नमेंट डाक्टर्स कोआर्डिनेशंस केटी के आह्वान तहत छठे वेतन कमीशन की सिफारिशों को मुलाजिम विरोधी बताते डाक्टरों ने कहा कि पंजाब सरकार ने एनपीए में जो कट लगाया है वह डाक्टरों से बेइंसाफी है। डाक्टरों ने सरकारी पर्ची का बायकाट कर अस्पताल के पार्क में ओपीडी चलाकर बीमार पशुओं का मुफ्त इलाज किया। इस मौके डा. सुखहरमनदीप सिंह, डा. जतिदरपाल सिंह, डा. मिश्र सिंह, डा. मनदीप सिंह, डा. चरणजीत सिंह, डा. वरिदर सिंह ने कहा कि यदि सरकार ने अपना रवैया न बदला तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा।