यूनाइटेड नेशंस डे के बारे में बताया

मदर टीचर इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को यूनाइटेड नेशंस डे पर वर्कशाप लगाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 03:30 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 03:30 PM (IST)
यूनाइटेड नेशंस डे के बारे में बताया
यूनाइटेड नेशंस डे के बारे में बताया

संवाद सूत्र, बरनाला

मदर टीचर इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को यूनाइटेड नेशंस डे पर वर्कशाप लगाई गई। चौथी से लेकर सातवीं कक्षा तक के बच्चों ने भाग लिया। इस प्रोग्राम को परमिदर कौर और अलीशा ने बड़े ही शानदार तरीके से पेश किया। उन्होंने 24 अक्टूबर को यूनाइटेड नेशंस डे के तौर पर मनाने की महत्ता संबंधी जानकारी दी। स्कूल प्रिसिपल व कोआर्डिनेटर शुभजिदर कौर ने भी बच्चों को यूनाइटेड नेशंस डे की जानकारी दी। इस मौके समूह स्कूल स्टाफ उपस्थित था। -------------------

आर्यभट्ट स्कूल में सर्वनाम की गतिविधि करवाई

संवाद सूत्र, बरनाला

आर्यभट्ट इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा छठी के बच्चों को सर्वनाम की गतिविधि करवाई गई। बच्चों ने अपनी स्क्रैप बुक व चार्ट पेपर पर सर्वनाम की परिभाषा व उससे संबंधित उदाहरण भेद लिखे व उन्हें रंग-बिरंगे चार्ट पेपर पर चित्रों से सजाया। छात्रों ने बताया कि जो शब्द संज्ञा के बदले प्रयोग किए जाते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। इस दौरान छात्रों ने वाक्यों में सर्वनाम का प्रयोग कर उनके भेदों के बारे में जाना।

प्रिसिपल शशिकांत मिश्रा व कोआर्डिनेटर रेणु सिगला ने बताया कि पाठ्यक्रम गतिविधियां छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है। स्कूल में छात्रों के सीखने के अनुभव में सुधार के लिए गतिविधियों में भाग लेना पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ---------------------

एसबीएस स्कूल में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया संवाद सूत्र, बरनाला

एसबीएस पब्लिक स्कूल सुरजीतपुरा में आजादी का 75वां अमृत महोत्सव अध्यापक नारायण गर्ग व नैनसी कौशल की देखरेख में मनाया गया। जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र से डा. हरजोत सिंह सोही व डा. प्रतीक जिदल पहुंचे। प्रोग्राम में उन्होंने बच्चों को स्वच्छ व सफाई अभियान से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने अपने घर व आसपास की सफाई रखने से शारीरिक व मानसिक तौर पर तंदरूस्त रह सकते हैं व कई प्रकार की खतरनाक बीमारियों से बच सकते हैं। इसके बिना उन्होंने प्रोग्राम में दसवीं व 11वीं कक्षा के बच्चों को खेतीबाड़ी व प्रदूषण संबंधी जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को पराली जलाने से होने वाले मिट्टी, पानी, हवा आदि के नुकसान संबंधी बताया व फसली चक्कर संबंधी समझाया। अंत में कृषि विज्ञान केंद्र की टीम ने बच्चों के सवालों के जवाब दिए।

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