हरे रंग की पगड़ी पहन धरने में शामिल हुए किसान
संवाद सहयोगी बरनाला कृषि सुधार कानून के विरोध पिछले 11 दिन से रेलवे ट्रैक पर बैठे थे।
संवाद सहयोगी, बरनाला : कृषि सुधार कानून के विरोध पिछले 11 दिन से रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों का गुस्सा केंद्र सरकार के खिलाफ कम होता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को हरे रंग की पगड़ी व हरे रंग के दुपट्टे पहने महिला व किसान सैकड़ों की संख्या में रेलवे स्टेशन पर धरने में शामिल हुए। इस अवसर पर ट्रैक्टर, ट्रैक्टर ट्राली, थ्री व्हीलर, मोटरसाइकिल समेत कार, जीप पर सवार होकर किसान रेलवे ट्रैक पर धरने में पहुंचे। रविवार को करीब दो हजार किसानों द्वारा संघर्ष में हुंकार भरी व मांगे मानने तक रेल ट्रैक पर बैठे रहने के लिए आवाज बुलंद की। इस मोके पर प्रदर्शनकारियों के लिए सुबह का नाश्ते में पराठा, चाय, दोपहर में भोजन, चाय, लस्सी समेत पानी का पुख्ता प्रबंध किया गया व किसानों को रेलवे माल गोदाम व महिलाओं को रेलवे ट्रैक पर लंगर दिया गया। रविवार को भाकियू डकौंदा समेत विभिन्न संगठन व संघर्षशील कमेटी शामिल हुई।
किसान आंदोलन में किसानों को मनोरंजन व सभ्याचार से जोड़ने के लिए मानसा के कलाकारों द्वारा स्टेज पर लाइफ ऑन स्टेज सुलगती धरती नाटक को पेश किया गया। जिसको देखते रेलवे ट्रैक पर सैकड़ो की संख्या में बैठे किसानों में आंदोलन में ऊर्जा मिली व किसानों की हालत को दर्शाया गया।
इसी प्रकार रेलवे ट्रैक पर सैकड़ो की संख्या में बैठे किसानों द्वारा शहीद किसान प्रिथी पाल सिंह मानसा को शहीदी दिवस पर श्रद्धाजंलि देने के लिए श्रद्धाजंलि समारोह रखा गया। जिसमें समारोह की शुरुआत में श्रद्धाजंलि दी गई। किसान प्रिथी पाल सिंह मानसा संघर्षशील किसान थे व किसानी संघर्ष में हमेशा आगे रहे।