सियासत गरमाई : आप विधायक पिरमल खालसा ने थामा हाथ

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान व सांसद भगवंत मान व अन्य नेताओं से कई बार कहा था कि डाक्टर धर्मवीर गांधी छोटेपुर विधायक सुखपाल खैहरा व विधायक जगदेव सिंह कमालू को एकजुट करें व पार्टी को मजबूत बनाएं लेकिन किसी ने नहीं सुनी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 06:05 AM (IST)
सियासत गरमाई : आप विधायक पिरमल खालसा ने थामा हाथ
सियासत गरमाई : आप विधायक पिरमल खालसा ने थामा हाथ

जागरण संवाददाता, बरनाला

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान व सांसद भगवंत मान व अन्य नेताओं से कई बार कहा था कि डाक्टर धर्मवीर गांधी, छोटेपुर, विधायक सुखपाल खैहरा व विधायक जगदेव सिंह कमालू को एकजुट करें व पार्टी को मजबूत बनाएं लेकिन किसी ने नहीं सुनी। यह आरोप विधानसभा हलका भदौड़ (रिजर्व) से आप विधायक पिरमल सिंह खालसा ने लगाए हैं। वीरवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की अगुआई में कांग्रेस में शामिल होने के दौरान वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने साफ किया मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने 2800 व 3400 बेरोजगार लाइनमैनों को भर्ती किए जाने व ओवरेज हो चुके 159 बेरोजगार लाइनमैनों व करीब साढ़े तीन सौ दिव्यांग लाइनमैनों को भर्ती करने का उन्हें भरोसा दिया है। इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की है। क्योंकि वह बेरोजगार लाइनमैन यूनियन पंजाब के प्रधान भी हैं व उनकी ये जिम्मेवारी भी बनती हैं।

दूसरी ओर पिरमल खालसा के कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेसी नेता बीबी सुरिदर कौर वालिया ने कहा है कि आप विधायक पिरमल खालसा ने गांव पंधेर, छपाली, पक्खों आदि में कई कांग्रेसी सरपंचों व पंचों पर आपराधिक केस दर्ज करवाए थे अब उसी को कांग्रेस ने पार्टी में शामिल कर लिया। हलके के कांग्रेसी इसका जबरदस्त विरोध करेंगे। पिरमल जैसे दलबदलुओं का क्या भरोसा है कि वे कल कांग्रेस में रहेंगे या नहीं।

आम आदमी पार्टी यूथ के प्रदेश प्रधान व बरनाला से आप विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि विधायक पिरमल सिंह खालसा 2018 में ही लोकसभा चुनावों से पहले आम पार्टी को छोड़कर विधायक सुखपाल खैहरा के नेतृत्व वाली पंजाबी एकता पार्टी में शामिल हो गए थे। उसके कुछ देर बाद ही विधायक पिरमल सिंह खालसा ने आम आदमी पार्टी में वापस लौटने के लिए हाईकमान के नेताओं से गुहार लगाई लेकिन पार्टी ने आप वर्करों व हलका भदौड़ के निवासियों के आदेश को सम्मान देते हुए पिरमल सिंह खालसा को दोबारा पार्टी में शामिल नहीं किया था। पिरमल खालसा कहते रहे हैं कि वह उस पार्टी में कार्य करेंगे जहां हाईकमान केवल पंजाब में ही हो। अब पता नहीं वह पंजाबी एकता पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में क्यों शामिल हो गए हैं, क्योंकि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी तो पंजाब से सदा ही दूर रहते हैं।

हलका भदौड़ से हलका इंचार्ज शिअद के सीनियर नेता एडवोकेट सतनाम सिंह राही ने कहा कि विधायक से पहले पिरमल सिंह ने कांग्रेस को बुरा कहकर ही चुनाव जीता था। क्षेत्र निवासियों ने एक आम आदमी को जमीन से उठाकर विधायक बनाया लेकिन आज उन्हीं क्षेत्र निवासियों व हलके की जनता के साथ विश्वासघात किया है।

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