लखीमपुर में मारे गए किसानों की अस्थियों का स्वागत करेंगे किसान
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद करने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया धरना वीरवार को 386वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद करने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया धरना वीरवार को 386वें दिन भी जारी रहा।
वक्ताओं ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चे के फैसले अनुसार लखीमपुर घटना के मृतकों के अस्थिकलश पूरे देश में ले जाकर स्वागत करना है। इस फैसले के तहत 24 अक्टूबर को अस्थिकलश हंडिआया चौक के नजदीक सुबह 11 बजे पहुंचेंगे। जहां संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा मृतकों की अस्थियों का स्वागत किया जाएगा। प्रोग्राम में सभी की शमूलियत बनाने के लिए विशेष मुहिम चलाई जाएगी। वक्ताओं ने पिछले दिनों सिघु बार्डर पर हुए हत्याकांड व बाद में घटनाक्रम के दौरान उगाजर हुई साजिशों पर प्रकाश डाला। नेताओं ने कहा कि सरकार धार्मिक भावनाओं को भटकाकर लोगों में फूट डालना चाहती है ताकि किसान आंदोलन को कमजोर किया जा सके। किसानों को इस साजिशों से चौकस रहना होगा व अपने आंदोलन को हर तरह से कमजोर होने से बचाना होगा। बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, उजागर सिंह, दर्शन सिंह, गुरचरण सिंह, नछतर सिंह, बाबू सिंह, गुरदेव सिंह, बलजीत सिंह, गुरमेल शर्मा, गुरजंट सिंह, जसपाल चीमा, गोरा सिंह, रणधीर सिंह ने डीएपी की किल्लत को लेकर लूटपाट होने की खबरों पर चिता प्रकट की। नेताओं ने कहा कि डीएपी की कमी दूर करने के लिए लगातार मांग की जा रही है कितु हालात सुधरने की बजाए दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। नेताओं ने खाद की किल्लत तुरंत दूर करने की मांग की। कुलविदर कौर, नरिदरपाल सिगला, तेजा सिंह ठीकरीवाला ने गीत व कविताएं सुनाई।