पोर्टल पर नहीं जुड़ पा रहे किसान, लगे गेहूं के अंबार
सरकार के आदेशों के बावजूद मंडियों में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
हेमंत राजू, करण बावा, हंडियाया (बरनाला) : सरकार के आदेशों के बावजूद मंडियों में किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। सीधी अदायगी को लेकर बनाए गए नए पोर्टल की जानकारी न होने के कारण किसानों का डाटा अपलोड करने में कई मंडियों में समस्या आ रही है। विगत पांच दिनों से हंडिआया मंडी में गेहूं की बोली सही ढंग से नहीं हो रही। मंडी में बारदाने की कमी होने के चलते आढ़तियों से बारदाना नहीं मिल रहा।
कस्बा हंडिआया के किसान मनजीत सिंह, भोला सिंह, काला सिंह, सुखपाल सिंह, टेक सिंह, भरपूर सिंह नंबरदार, मल सिंह, दर्शन सिंह, रणजीत सिंह, सुरजीत संह, गुरमेल सिंह ने कहा कि सीधी अदायगी को लेकर बनाए गए नए सिस्टम की जानकारी किसानों, आढ़तियों व मंडी के कर्मचारियों अथवा खरीद एजेंसियों के कर्मचारियों को नहीं है। किसानों का डाटा अपलोड करने में कई मंडियों में समस्या आ रही है। सरकार की सीधी अदायगी की नीति किसानों के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो रही है क्योंकि किसानों के लिए आढ़ती एटीएम की तरह हैं।
----------------- प्रदेश की चार खरीद एजेंसियों पनग्रेन, मार्कफैड, पनसप, वेयरहाउस की ओर से गेहूं की सरकारी खरीद की जा रही है। दूसरी तरफ मंडियों में मजदूरों के साथ-साथ बारदाने की कमी के कारण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। आढ़तियों ने बताया कि सरकार की ओर से मजदूरों की मजदूरी कम तय होने के कारण मजदूर काम के लिए नहीं आ रहे हैं। किसानों को मंडियों में पीने का साफ पानी भी मुहैया नहीं करवाया जा रहा। गेहूं की फसल की अदायगी किसानों को सीधी करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। किसानों को मंडियों में अपनी फसल लेकर आने के 24 घंटे बाद मंडी से मुक्त कर दिया जाएगा कितु किसान विगत एक सप्ताह से अनाज मंडियों में परेशान हो रहे हैं।