पराली न जलाएं, भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ाएं

सीआरएम स्कीम के अधीन फसलों के अवशेष के निस्तारण के लिए मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. चरणजीत सिंह कैंथ की अगुआई में ब्लाक शैहणा के गांव दराज में किसान जागरूकता कैंप लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 09:41 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 09:41 PM (IST)
पराली न जलाएं, भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ाएं
पराली न जलाएं, भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ाएं

जागरण संवाददाता, बरनाला : सीआरएम स्कीम के अधीन फसलों के अवशेष के निस्तारण के लिए मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. चरणजीत सिंह कैंथ की अगुआई में ब्लाक शैहणा के गांव दराज में किसान जागरूकता कैंप लगाया गया।

कैंप को संबोधित करते खेतीबाड़ी विकास अफसर डा. जसविदर सिंह ने कहा कि पराली के अवशेष को आग न लगाएं बल्कि इसकी बेलर की सहायता से गांठें बनाकर, सुपर सीडर या हैपी सीडर की मदद से धान के अवशेष को जमीन में ही मिलाकर गेहूं की बिजाई की जा सकती है। डा. सुखदीप सिंह ने नरमे को गुलाबी सुंडी से बचाने की जानकारी दी। एडीओ नवजीत सिंह ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की हिदायतों के अनुसार धान की पराली को आग न लगाने की अपील की। इससे जहां जमीन की उपजाऊ शक्ति बनी रहती है वहीं पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इस मौके पर सहायक टेक्नोलाजी मैनेजर दीपक कुमार, कोआपरेटिव सोसायटी के सचिव हरजीत सिंह, पशु पालन विभाग से डा. कृष्ण कुमार, डा. कमलजीत सिंह, गुरमेल सिंह, लखविदर सिंह, त्रिलोचन सिंह, गुरप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।

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