किसानों ने बिजली संशोधन बिल की कापियां फाड़कर किया प्रदर्शन
किसानों के 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्च द्वारा तीन प्रदर्शन किया गया।
जागरण संवाददाता, बरनाला : किसानों के 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्च द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन नजदीक शुरु किया पक्का मोर्चा बुधवार को 308वें दिन भी जारी रहा। धरने में बिजली संशोधन बिल को फाड़कर विरोध प्रदर्शन किया गया। केंद्र सरकार इस बिल को कानून का रूप देना चाहती है जबकि किसानों से हुई बातचीत दौरान सरकार ऐसा न करने का वादा कर चुकी है। सरकार पहले ही बिजली उत्पादन का निजीकरण कर चुकी है। अब इस बिल के माध्यम से बिजली उपयोग का भी निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है। बिजली वितरण राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता है किंतु केंद्र सरकार इसे अपने हाथों में लेना चाहती है। किसानों व समाज के अन्य कमजोर वर्गों को मिल रही सब्सिडी खत्म करना चाहती है। दिल्ली में चल रही किसान संसद में भी इस कानून के लोक विरोधी चेहरे पर खुलकर चर्चा हुई। किसान इस बिल को कभी भी लागू नहीं होने देंगे।
बलवंत सिंह उप्पली, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, प्रेमपाल कौर, गुरदेव सिंह मांगेवाल, मिट्ठू सिंह, जसपाल कौर, नछतर सिंह, नेकदर्शन सिंह, जसवंत कौर, बलजीत सिंह चौहानके ने कहा कि जगजीतपुरा गांव के किसान बहादुर सिंह व अन्य किसान सौदागर सिंह निवासी उगोके की मौत पर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि भेंट की गई। लखविदरपाल सिंह ठीकरीवाला, बिक्कर सिंह मस्तुआणा, नरिदरपाल सिगला ने इंकलाबी गीत व कविताएं सुनाई।