बरनाला में किसानों ने छह घंटे रेल ट्रैक जाम किया
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर सोमवार को रेल ट्रैक पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर सोमवार को रेल ट्रैक पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। छह घंटे तक चले प्रदर्शन में सैकड़ों किसानों ने भाग लेकर केंद्र सरकार की लोक विरोधी नीतियों की निदा की। तीनों कृषि कानून रद करने की मांग की।
किसान नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में घटित लखीमपुर घटना के लिए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा पर केस दर्ज करके उन्हें पद से बर्खास्त किया जाए कितु केंद्र सरकार न तो उन्हें केंद्रीय मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर रही है व न ही अभी तक गिरफ्तार किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता रूलदू सिंह मानसा ने कहा कि सरकार अपने ही जाल में फंस गई है। इसलिए बौखलाहट में आकर घिनौनी कार्रवाइयां कर रही है। सरकार के पास सिवाए खेती कानून रद करने के कोई विकल्प नहीं है।
धरने के दौरान रविवार को कर्ज के कारण खुदकुशी करने वाले गांव पक्खों के किसान बलदेव सिंह को श्रद्धांजलि भेंट की गई। नेताओं ने कहा कि आत्महत्या किसी मसले का हल नहीं है, इसलिए खुदकुशी का रास्ता छोड़ संघर्ष का रास्ता अपनाएं।
बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, नछतर सिंह, गुरनाम सिंह, जसपाल सिंह, पवित्र सिंह, मनजीत राज, गुरदेव सिंह, जगतार बैंस, बलजीत चौहानके, जग्गा सिंह, गुरमेल शर्मा, यादविदर सिंह, गोरा सिंह ने कहा कि पंजाब को हाड़ी की फसल के लिए 55 लाख टन खाद की जरूरत है लेकिन 18 लाख टन की सप्लाई का इंतजाम किया गया है। 1200 रुपये की कीमत की बोरी 1500 में दी जा रही है। सरकार खाद की किल्लत तुरंत दूर करे। सरदारा सिंह मौड़, नरिदरपाल सिगला, परनीत कौर ने गीत व कविताएं सुनाई।