बरनाला में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना जारी
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर किसानों का धरना 303वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला : केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का मोर्चा शुक्रवार को 303वें दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को जंतर-मंतर पर होने वाली किसान संसद में बिजली संशोधन बिल संबंधी बहस की गई। बरनाला के धरने में भी केंद्र सरकार द्वारा बिजली संशोधन बिल 2020 को संसद के मौजूदा सेशन के दौरान पास करवाए जाने संबंधी खबरों का गंभीर नोटिस लिया गया। नेताओं ने कहा कि किसानों से हुई 11 चरणों की बातचीत दौरान सरकार ने वादा किया था कि बिजली संशोधन बिल पर पराली जलाने संबंधी बिल को वापस ले लिया जाएगा। बिजली संशोधन बिल 2020 राज्यों के अधिकारों पर हमला है। सहयोगी संघवाद की बातें करने वाली सरकार एक-एक करके राज्यों के सभी अधिकार अपने हाथों में ले रही है। पवित्र सिंह लाली, बाबू सिंह खुड्डी कलां, नछतर सिंह साहौर, गुरमेल शर्मा, नेकदर्शन सिंह, बलवंत सिंह ठीकरीवाला, मेला सिंह कट्टू, परमजीत कौर, परमिदर हंडियाया, बलवीर कौर, बलजीत सिंह ने कहा कि वीरवार को पटियाला में मुलाजिमों व पेंशनरों पर लाठीचार्ज की निदा की। नेताओं ने कहा कि सरकार व मुलाजिमों पर पेंशनरों सहित समाज के विभिन्न वर्गों की मांगों प्रति टालमटोल अपना रही है। नरिदरपाल सिगला व करनैल कौर खुड्डी कलां ने कविताएं व गीत पेश किए।