298वें दिन भी जारी रहा किसानों का रोष धरना
केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का मोर्चा रविवार को 298वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का मोर्चा रविवार को 298वें दिन भी जारी रहा।
किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए कानून रद करने की मांग को दोहराया। रोष धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता गुरमेल शर्मा, वरिदर शर्मा, बुटा सिंह फरवाही, बिक्कर सिंह औलख, बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, अमरजीत कौर, बाबू सिंह खुड्डी कलां, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला आदि ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले दिनों संसद में बयान दिया कि उसके पास किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों की गिनती संबंधी कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। यह बयान विगत आठ माह से दिल्ली के बार्डरों पर धरने पर बैठे किसानों व 600 के करीब जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के जख्मों के नमक छिड़कने के समान है। उन्होंने कहा कि जब तक काले कानून रद नहीं होते किसान धरने से नहीं उठेंगे।