सीएम चन्नी का मुआवजे की नामात्र राशि को किसानों के लिए तोहफा बताना निंदनीय
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरु किया पक्का मोर्चा मंगलवार को 398वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरु किया पक्का मोर्चा मंगलवार को 398वें दिन भी जारी रहा।
वक्ताओं ने मुख्यमंत्री के उस बयान की निदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि गुलाबी सुंडी पीड़ित किसानों को दीपावली से पहले तोहफा दे दिया जाएगा। पहले तो किसानों द्वारा खर्च की लागतों का महज 10-15 प्रतिशत हिस्सा मुआवजे के तौर पर देना व फिर उस नामात्र राशि को भी तोहफा बताना असंवेदनशीलता का अंत है। किसानों को कोई भीख नहीं दी जा रही। प्रशासन पर कीटनाशक-बीज डीलरों के नापाक गठबंधन के शिकार हुए किसानों के लिए मुआवजा एक अधिकार है, तोहफा नहीं। सरकार किसानों को पूरा बनता मुआवजा दे व मुख्यमंत्री अपने इस तोहफे वाले बयान के लिए माफी मांगे।
नेताओं ने अधिक नमी के बहाने मंडियों में धान पर लगाई जा रही काट की सख्त शब्दों में निदा की। उन्होंने सरकार से डीएपी की किल्लत तुरंत दूर करने की मांग की। बलवंत सिंह, करनैल सिंह, गुरनाम सिंह, रणधीर सिंह, बलजीत सिंह, उजागर सिंह, जसवीर सिंह, नछतर सिंह, मेला सिंह, जसपाल चीमा, धर्मपाल कौर, गुरजंट सिंह, चरणजीत कौर ने कहा कि कम बिजली खपत करने वालों को बिजली यूनिट का दाम कम करने से कोई लाभ नहीं होगा क्योंकि वह पहले ही कुछ यूनिट मुफ्त बिजली वाली स्कीम अधीन आते हैं। यह नया एलान मात्र वोट बटोरने के लिए किया गया है। प्रीत कौर धूरी ने इंकलाबी गीत पेश किया।