दीप सिद्धू के बयान की निंदा, प्रस्ताव पारित
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का मोर्चा मंगलवार को 384वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का मोर्चा मंगलवार को 384वें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के रेल रोको प्रोग्राम को भरपूर समर्थन मिला है। इस समर्थन से आंदोलनकारियों के हौंसले बुलंद हुए हैं।
वक्ताओं ने दीप सिद्धू द्वारा एक पंजाबी अखबार के संपादक पर किए शब्दी हमले की सख्त शब्दों में निदा की। नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन के शुरू से दीप सिद्धू का किरदार शक के घेरे में रहा है। 26 जनवरी की लाल किले वाली घटना से किसान आंदोलन को बहुत बड़ा नुकसान हुआ था व दीप सिद्धू की इस घटना में प्रमुख भूमिका रही थी। धरनाकारियों ने सिद्धू की इस कार्रवाई के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। वक्ताओं ने अखबारों द्वारा एक निहंग नेता के भाजपा नेताओं से जग जाहिर हुए करीबी रिश्तों पर भी बातचीत की। नेताओं ने कहा कि निहंग संगठनों से उनका कोई संबंध नहीं व निहंगों की तरफ से की घटिया हरकत के लिए उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश न की जाए।
बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, नछतर सिंह, नारायण दत्त, उजागर सिंह बीहला, बलजीत सिंह, मेला सिंह, प्रेमपाल कौर, बाबू सिंह, बलवंत सिंह, बलजीत सिंह ने डी•ाल के बढ़ रहे दाम पर चिता प्रकट करते हुए किसानों को डी•ाल पर विशेष सब्सिडी देने व टैक्स कम करके सभी पैट्रोलियम पदार्थों की कीमतें कम करने की मांग की। मेजर सिंह, मघ्घर सिंह, दलीप सिंह, बलविदर सिंह, नाजर सिंह, मिट्ठू सिंह आदि उपस्थित थे। राजविदर सिंह मल्ली के कविश्री जत्थे ने बाबा बंदा सिंह बहादुर का प्रसंग गाकर संगत को इंकलाबी विरसे से जोड़ा।