करवा चौथ को लेकर महिलाओं में दिख रहा पूरा उत्साह

पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओं द्वारा रखा जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण पर्व है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:08 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:08 PM (IST)
करवा चौथ को लेकर महिलाओं में दिख रहा पूरा उत्साह
करवा चौथ को लेकर महिलाओं में दिख रहा पूरा उत्साह

हेमंत राजू/अरिहंत गर्ग, बरनाला

पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओं द्वारा रखा जाने वाले सबसे अहम व्रत करवा चौथ को लेकर महिलाओं में पूरा उत्साह देखा जा रहा है। नवविवाहिता की तरह सजधज कर चांद के दर्शन व रात को चांद का दीदार कर पति के हाथों पानी पीकर व्रत तोड़ने की परंपरा सुहागिन महिलाएं बड़ी श्रद्धा से निभाती हैं। करवा चौथ का व्रत इस बार रविवार को होने के चलते नवविवाहित युवतियों व महिलाओं में अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। शहर के बुटीक व कास्मेटिक दुकानों पर महिलाओं की भीड़ आम देखी जा सकती है। ब्यूटी पार्लरों व मेहंदी काउंटरों पर जहां महिलाएं करवा चौथ के दिन फेशियल, ब्लीचिग, वेकसिग, आई ब्रो व लेटेस्ट हेयर स्टाइल बनवा रही हैं। इसके लिए महिलाओं ने पार्लरों में एडवांस में बुकिग करवाना शुरू कर दी है।

नवविवाहित युवा वर्ग करवा चौथ को लेकर खुद सुंदर दिखने की होड़ में पुरुष ब्यूटी पार्लरों में जा रहे हैं। फरवाही बाजार में बालीवुड ब्यूटी के एमडी प्यारे लाल ने बताया कि अब टैटू मेहंदी, नेल पालिश मेहंदी, एरोबिक स्टाइल, बेलवाली मेहंदी, जरदोजी मेहंदी, छापा मेहंदी, ब्लैक ब्राउन मेहंदी, स्पलिक मेहंदी का क्रेज महिलाओं में अधिक है। हैदराबादी व लाख वाली फिरोजाबादी मशहू चूड़ियां खरीदने की होड़ लगी हुई है। सिगला स्वीट शाप के बिट्टू सिगला ने बताया कि नवविवाहित लड़कियों को करवा चौथ व्रत के लिए करवा चौथ देने की रस्म के तहत फैंसी, मीठी व फीकी मट्ठियों के आर्डर धड़ाधड़ आ रहे हैं। पुराना बाजार में स्थित कुम्हारों ने बताया कि बदलते जमाने के चलते अब मिट्टी के करवे लेने से महिलाएं कतराने लगी हैं व चीनी, चांदी व अन्य धातु से बने करवे पसंद करती हैं। शैहणा क्लाथ हाउस के एमडी राकेश शैहणा ने बताया कि अब फ्राक सूट, लहंगा व चुनरी की मांग अधिक है। करवा चौथ का महत्व

माता पार्वती ने रखा था करवाचौथ

हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार करवा चौथ का व्रत रखने की शुरुआत माता पार्वती के समय से है। उन्होंने भगवान शिव के लिए इस व्रत को रखा था। इसके बाद महाभारत के दौरान जब अर्जुन तपस्या करने के लिए इंद्रनील पर्वत पर गए हुए थे, तो उनकी पत्नी द्रोपदी को चिता हुई। कृष्ण के कहने पर द्रोपदी ने भी इस व्रत को रखा था। कुछ स्थानों पर एक दूसरी कहानी भी प्रचलित है। बहुत समय पहले वीरावती नाम की एक महिला थी। उसकी शादी सुदर्शन नाम के एक ब्राम्हण से हुई। वीरावती ने पहली बार करवा चौथ का व्रत रखा। सुदर्शन के भाइयों ने वीरावती का व्रत खंडित करने के लिए आग जलाई और उसे चंद्रमा बोलकर दिखाया। सजना है मुझे सजना के लिए..

मेहंदी लगवाने पहुंची सुहागिन निताशा गोयल व सुहागिन मानवी ग्रोवर ने कहा कि पति-पत्नी के पवित्र रिश्ते को दर्शाता करवा चौथ का त्योहार महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। उन्होंने बताया कि इस त्योहार को लेकर उन्होंने चूड़ियां, मेकअप का सामान व त्योहार को सेलीब्रेट करने के लिए क्लब में एडवांस बुकिग करवाई है।

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