बरनाला में झोलाछाप डाक्टर का सेंटर सील, बिना डिग्री कर रहा था इलाज
जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी दौरान के मेडिकल सेवाओं के नाम पर मरीजों की लूट व धोखाधड़ी करने वाले डाक्टरों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है।
संवाद सहयोगी, बरनाला
जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी दौरान के मेडिकल सेवाओं के नाम पर मरीजों की लूट व धोखाधड़ी करने वाले डाक्टरों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। इसी के तहत मंगलवार को एसडीएम ने बिना डिग्री मरीजों का इलाज करने वाले डाक्टर का सेंटर सील किया है। संबंधित डाक्टर कोरोना लक्षण वाले मरीज का इलाज कर रहा था। डाक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हेतु पुलिस को लिखा गया है।
जिले में मेडिकल सेवाओं की देखरेख को लेकर डिप्टी कमिश्नर तेजप्रताप सिंह फूलका के निर्देशों पर एसडीएम वरजीत सिंह वालिया ने मेडिकल कमेटी बनाई है। इसमें डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. गुरमिदर कौर व ड्रग इंस्पेक्टर एकांत शामिल हैं। कमेटी सदस्यों ने बताया कि बलवंत सिंह गिल नामक युवक ने अपनी योग्यता एमडी, डीएनबी गेस्ट्रो बताई थी। वह स्वामी जी गेस्ट्रो एनटोमोलोजी नाम पर सेंटर चला रहा था। उसकी तरफ से एसडीएम दफ्तर में आक्सीजन सिलेंडर के लिए अप्लाई किया गया, जो उसे इमरजेंसी आधार पर मुहैया करवा दिया गया। इसके अगले दिन उसने दोबारा अप्लाई किया। मामला संदिग्ध लगने पर एसडीएम ने कमेटी सदस्यों को चेकिग के निर्देश दिए। चेकिग दौरान सामने आया कि सेंटर में कोविड लक्षण वाले गंभीर मरीज को आक्सीजन पर रखा गया था जबकि मरीज को तुरंत आईसीयू दाखिल करवाने की जरूरत थी। संबंधित डाक्टर अपनी डिग्री दिखाने में भी असमर्थ रहा। कमेटी द्वारा मरीज को आईसीयू में भेजने की सिफारिश की गई जिस पर मरीज को तुरंत अस्पताल दाखिल करवाया गया। ---------------- आरोपित युवक मौके से फरार हो गया है। उसके सेंटर को सील कर दिया गया है व पुलिस को मामला दर्ज करने संबंधी लिखा गया है। ऐसी नाजुक स्थिति में इलाज के नाम पर मरीजों की जिदगी से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। --वरजीत सिंह वालिया, एसडीएम