बरनाला में 12 जगह किसानों ने किया चक्का जाम
ीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को भारत बंद को जिले में पूर्ण तौर पर समर्थन मिला। जिले में 12 जगहों पर किसानों ने चक्का जाम किया।
हेमंत राजू, बरनाला : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को भारत बंद को जिले में पूर्ण तौर पर समर्थन मिला। जिले में 12 जगहों पर किसानों ने चक्का जाम किया। रेलवे स्टेशन के रेल ट्रैक पर किसानों ने धरना देकर रोष प्रकट किया। बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा रहा और बसें भीतर ही खड़ी रही। इक्का-दुक्का यात्री बस स्टैंड पर भटकते दिखाई दिए। शहर के सभी प्राइवेट व सरकारी बैंकों को बंद करवा दिया गया। पेट्रोल पंप भी बंद रहे। सब्जी मंडी भी मुकम्मल तौर पर बंद रही।
रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर सुबह छह बजे से किसानों का धरना लगा दिया। महलकलां टोल प्लाजा, सहजड़ा, संघेड़ा पेट्रोल पंप, धनौला-बठिंडा-चंडीगढ़ रोड हंडिआया, रूड़ेके, तपा, भदौड़, मोगा बाइपास पक्खों कैंचियां, असपाल, आदि में जाम लगाया गया था। कस्बा हंडियाया में एनएच-सात के ओवरब्रिज के नीचे भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा सुबह दस से शाम चार बजे तक धरना देकर बरनाला-मानसा व बठिडा-चंडीगढ़ रोड बंद रखे गए। किसान यूनियन नेता बलौर सिंह, दविदर सिंह, कर्मजीत सिंह, सूबा औलख, बीरा सिंह, सुरजीत सिंह, बलवीर सिंह, अवतार सिंह ने कहा कि खेती कानूनों के खिलाफ लोगों को लामबंद किया गया है। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कृषि कानूनों को रद करने की मांग की। बरनाला-मानसा रोड़ पर भाकियू एकता डकौंदा व संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा भी जाम लगाया गया। परमिदर सिंह, बाबू सिंह, मनजीत राज, जसविदर सिंह, शमिदर सिंह, बलवीर सिंह, जसपाल सिंह, मोहन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सभी विभागों को प्राइवेट किया जा रहा है। इसी तरह खेती के धंधे को भी कारपोरेटरों के हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है। इसके विरोध में यह भारत बंद किया गया है। वहीं, भदौड़ में जब पता चला कि भदौड़ में कुछ सरकारी व प्राइवेट विभाग खुले हैं तो किसानों ने प्राइवेट बैंक, तहसील, फर्द केंद्र आदि को बंद करवाया। किसानों ने सुविधा केंद्र बंद भी करवाया।