एटीएम गार्डों को दो माह से नहीं मिला वेतन, नारेबाजी

स्थानीय स्टेट बैंक आफ इंडिया की दो ब्रांचों के अधीन आने वाले 14 एटीएम पर ड्यूटी करने वाले 14 गार्डों ने विगत दो माह से वेतन न मिलने के रोष में बैंक प्रबंधकों व प्राइवेट कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 04:59 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 04:59 PM (IST)
एटीएम गार्डों को दो माह से नहीं मिला वेतन, नारेबाजी
एटीएम गार्डों को दो माह से नहीं मिला वेतन, नारेबाजी

संवाद सहयोगी, बरनाला

स्थानीय स्टेट बैंक आफ इंडिया की दो ब्रांचों के अधीन आने वाले 14 एटीएम पर ड्यूटी करने वाले 14 गार्डों ने विगत दो माह से वेतन न मिलने के रोष में बैंक प्रबंधकों व प्राइवेट कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

पीड़ित अमरजीत सिंह, निरंजन सिंह, अमनप्रीत सिंह ने बताया कि वे लोग एसबीआइ बैंक अधीन आते 14 एटीएम पर कार्य करते थे। अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 तक नौ हजार रुपये वेतन बैंक द्वारा दिया गया था। सितंबर 2020 के बाद उन्हें एक प्राइवेट कंपनी कैप्सटोन ग्रुप अधीन कर दिया गया। कंपनी ने उन्हें 31 मार्च 2021 तक 6500 रुपये वेतन दिया कितु अब विगत अप्रैल व मई से उन्हें वेतन नहीं दिया गया।

उन्होंने बैंक प्रबंधकों व कैप्सटोन कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते वेतन जल्द से जल्द देने की मांग की। इस मौके पर सुखबीर सिंह, बख्शीश सिंह, पंकिल गर्ग, नीरज कुमार, संदीप सिंह, नवजोत सिंह, जगदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, कुलदीप सिंह, कुलदीप सिंह धनौला, राजिदर सिंह आदि उपस्थित थे।

एसबीआइ ब्रांच बरनाला के मैनेजर लाभ सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों की सेहत सुरक्षा के मद्देनजर उक्त मुलाजिमों को हैंड सेनिटाइजर करवाने के लिए तैनात किया गया था। विगत मार्च से कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद बैंक ने कैप्सटोन ग्रुप को इन मुलाजिमों की बैंक प्रति सेवाएं बंद करने के लिए सर्कुलर जारी कर दिया गया था। --------------------- वेतन न मिलने के बारे में कुछ नहीं कह सकता। कैप्सटोन कंपनी के अधिकारी से बात करें, मैं तो सुपरवाइजर हूं। -- जर्मन सिह, कैप्सटोन कंपनी के सुपरवाइजर

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