खेती कानून रद होने के बाद धरनास्थलों पर खुशी का माहौल
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने व पारिवारिक सदस्यों को नौकरियां देने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का धरना मंगलवार को 426वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने, संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने व पारिवारिक सदस्यों को नौकरियां देने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया पक्का धरना मंगलवार को 426वें दिन भी जारी रहा। संसद के दोनों सदनों में खेती कानून रद हो जाने के बाद धरने में खुशी व जश्न का माहौल है।
वक्ताओं ने धरनाकारियों को खेती कानून रद होने की बधाई दी व अन्य किसानी मांगें मनवाने के लिए भविष्य में भी एकता बरकरार रखने पर जोर दिया। वक्ताओं ने कहा कि किसानों की जत्थेबंदक ताकत को बचाकर रखने की जरूरत है। पहले की तरह अब भी संयुक्त किसान मोर्चे के सभी फैसलों को सभी संगठन पूरी तनदेही से लागू करें व किसी भी तरह की धड़ेबंदी से बचकर रहें। सरकार ने एमएसपी की गारंटी के लिए कानून पर विचार करने के लिए कमेटी बनाने की योजना रखी है कितु इस कमेटी की बनावट, सदस्यता, अधिकार-क्षेत्र व अन्य संबंधित मामलों संबंधी कई सवाल खड़े हो गए हैं। इन मामलों संबंधी स्पष्ट होने के लिए सरकार व संयुक्त किसान मोर्चे के मध्य बातचीत होना जरूरी है।
बलवंत सिंह, करनैल सिंह, गुरमेल शर्मा, मेला सिंह, कुलवंत सिंह, गुरचरण सिंह, परमजीत कौर, साहिब सिंह, गुरचरण सिंह, प्रेमपाल कौर ने यूरिया की किल्लत का मामला फिर से उठाया। गेहूं की फसल को यदि यूरिया की कमी रह गई तो झाड़ बेहद कम आएगा। सहकारी सभाओं में यूरिया की सप्लाई नहीं आ रही। निजी डीलर कालाबाजारी कर रहे हैं व गैर जरूरी वस्तुएं खरीदने के लिए किसानों को मजबूर कर रहे हैं। नेताओं ने कहा कि सरकार तुरंत यूरिया सप्लाई का प्रबंध करे। परमजीत कौर जोधपुर व गुरप्रीत सिंह संघेड़ा ने गीत सुनाए ।