किसानों ने कहा, भाजपा की तिरंगा यात्रा का विरोध नहीं
32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्च द्वारा तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन नजदीक शुरू किया पक्का मोर्चा मंगलवार को 307वें दिन भी जारी रहा। भाजपा ने हरियाणा में तिरंगा यात्रा करने का प्रोग्राम बनाया है।
जागरण संवाददाता, बरनाला : 32 संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्च द्वारा तीन कृषि कानून को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन नजदीक शुरू किया पक्का मोर्चा मंगलवार को 307वें दिन भी जारी रहा। भाजपा ने हरियाणा में तिरंगा यात्रा करने का प्रोग्राम बनाया है।
वक्ताओं ने तिरंगा यात्रा के असली मकसद को उजागर किया। नेताओं ने कहा कि किसान सच्चे दिल से तिरंगे का सम्मान करते हैं। किसानों के लिए तिरंगा आजादी, समानता व भाईचारे की तीन भावनाओं का प्रतीक है। भाजपा ने तिरंगा यात्रा निकालने की चाल चली है ताकि यात्रा का विरोध करने की सूरत में किसानों को देशद्रोही एलान किया जा सके। किसान उनकी इस चाल में नहीं फसेंगे व तिरंगा यात्रा का विरोध नहीं करेंगे। बलवंत सिंह उप्पली, नछतर सिंह साहौर, उजागर सिंह, बाबू सिंह, चरणजीत कौर, प्रेमपाल कौर, नेकदर्शन सिंह, मनजीत कौर, गुरजंट सिंह, मेला सिंह, बलजीत सिंह चौहानके, दविदर सिंह ने संबोधन किया। मोर्चे के कन्वीनर बलवंत सिंह उप्पली ने कहा कि दिल्ली मोर्चे की तरफ किसानों के जत्थे लगातार बढ़ रहे हैं। नौ अगस्त को बरनाला, लुधियाना व संगरूर जिलों से महिलाओं के जत्थे दिल्ली धरनों में रवाना होंगे। दिल्ली जाने के लिए महिलाओं में उत्साह पाया जा रहा है व इच्छुक महिलाओं की लिस्टें बनाई जा रही हैं। राजविदर सिंह मल्ली के जत्थे ने कविश्री से पंडाल में जोश भरा। नरिदरपाल सिगला ने कविता सुनाई।