किसानों के समर्थन में कल चंडीगढ़ जाएंगे लेखक व कलाकार

प्रगतिशील लेखक संघ पंजाब 24 जनवरी को चंडीगढ़ में किसान मजदूर संघर्ष का समर्थन करने के लिए आयोजित प्रदर्शन का हिस्सा बनने के लिए शहर से दर्जनों लेखक व कलाकार रवाना होंगे

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 12:05 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 12:05 AM (IST)
किसानों के समर्थन में कल चंडीगढ़ जाएंगे लेखक व कलाकार
किसानों के समर्थन में कल चंडीगढ़ जाएंगे लेखक व कलाकार

जागरण संवाददाता, अमृतसर : प्रगतिशील लेखक संघ पंजाब 24 जनवरी को चंडीगढ़ में किसान मजदूर संघर्ष का समर्थन करने के लिए आयोजित प्रदर्शन का हिस्सा बनने के लिए शहर से दर्जनों लेखक व कलाकार रवाना होंगे। फोक्लोर रिसर्च अकादमी के प्रधान रमेश यादव ने बताया कि शुक्रवार को विरसा विहार में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया है, जिसमें शहर के सभी लेखकों व कलाकारों ने अपनी सहमति जताई है। संघ के प्रधान भूपिदर सिंह संधू ने बताया कि अमृतसर से आधा दर्जन के करीब गाड़ियां लेखकों व कलाकारों को लेकर 24 जनवरी को सुबह रवाना होंगी। इस मौक पर कमल गिल, गुरबाज सिंह छीना, कर्मजीत कौर जस्सल, हरजीत सिंह सरकारिया, जसविदर कौर जस्सी, जतिदर सिंह सफरी, तेजिदर सिंह, कुलदीप सिंह दराजके, सुरिदर सिंह चोहका, मनजीत सिंह धालीवाल, सुखवंत सिंह चेतनपुरी आदि मौजूद थे। 25 को दिल्ली जाएगा महिलाओं का जत्था

किसानों के साथ साथ मजदूरों ने भी कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ संघर्ष में गतिविधियों तेज कर दी है। महिला मजदूरों ने भी इस संघर्ष में हिस्सा लेने के लिए तैयारियां कर ली है। हिद मजदूर सभा (एचएमएस ) का महिला विग दिल्ली में चल रहे किसानी संघर्ष में हिस्सा लेगी। हिद मजदूर सभा की महिला विग की नेताओं अकविदर कौर, कुलवंत कौर , परमजीत कौर और राजवीर कौर ने बताया कि संगठन की महिला वर्कर 26 जनवरी की ट्रैक्टर मार्च परेड में हिस्सा लेंगी। इसके लिए गांवों में महिलाओं को जागृत किया जा रहा है। 25 जनवरी को अमृतसर से दिल्ली के लिए महिलाओं का जत्था रवाना होगा। एचएमएस की ओर से 15 ट्रालियां महिला वर्करों की भेजी जा रही हैं।

एचएमएस की महिला नेताओं ने कहा कि कृषि कानूनों का उलट प्रभाव सभी वर्गों पर पडने वाला है। खासकर महिलाएं भी इस से प्रभावित होंगी।क्योंकि खानपान व जरूरी वस्तुएं आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएंगी। महिलाओं के लिए घरों की रसोई चलाना मुश्किल हो जाएगा। इस लिए महिलाएं भी किसानों के संघर्ष के साथ है। महिलाएं इस संघर्ष में योगदान डाल कर कृषि कानूनों को रद्द करवाएंगी। महिलाओं को जत्था दिल्ली भेजने के लिए सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है। संगठन की वर्कर गांव गांव महिलाओं को जत्थे के साथ जाने के लिए जागृत कर रहे है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में जत्थे में दिल्ली जाने के लिए भारी उत्साह है।

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