भगवान शिव को पांच गव्या अमृत से स्नान करवाने से मिलता है फल : ढ़ींगरा

श्री राम दरबार टुंडा तलाब के प्रमुख भक्त सतनाम ढींगरा ने कहा कि सावन माह में भगवान शिव को पांच गव्या अमृत से स्नान करवाने पर जीव को महायज्ञ का फल मिलता हैं। य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 11:10 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 11:10 PM (IST)
भगवान शिव को पांच गव्या अमृत से स्नान करवाने से मिलता है फल : ढ़ींगरा
भगवान शिव को पांच गव्या अमृत से स्नान करवाने से मिलता है फल : ढ़ींगरा

संवाद सहयोगी, अमृतसर : श्री राम दरबार टुंडा तलाब के प्रमुख भक्त सतनाम ढींगरा ने कहा कि सावन माह में भगवान शिव को पांच गव्या अमृत से स्नान करवाने पर जीव को महायज्ञ का फल मिलता हैं। यह पांच अमृत दूध, हदी, शहद, घी, शक्कर, गंगाजल से तैयार किया जाता हैं। जिन भक्तों का प्रथम सावन सोमवार रह गया हैं, वह अब आने वाले 16 जुलाई को संक्राति वाले दिन भगवान शिव की अराधना करके व्रत रख सकता हैं। सावन माह में पत्ते पुष्प नही चढ़ाने चाहिए। भगवान शिव को हमेशा साबुत चावल चढ़ाने चाहिए। भगवान शिव के लिए सफेद पुष्प, माता पार्वती के लिए लाल पुष्प चढ़ाने चाहिए। चंदन के साथ ओम लिखना शुभ माना गया हैं। सावन माह में तांगे व कांस्य के बर्तन का प्रयोग नही करना चाहिए। कारोबार में बरकत के लिए शिव मंदिर में 10 बादाम ले जाए तथा 108 बार ओम नमो शिवाय का जाप करके पांच बादाम चढ़ाकर पांच बादाम खजाने में रखने चाहिए। 20 जुलाई को कई लोग प्रथम सोमवार का प्रथम व्रत रखेंगे। उनको सावन माह पर शिव कथा जरूर करनी चाहिए।

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