बेटियों को बेटों के समान समझें: प्रो. लाल

परिवारिक महत्व पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 05:05 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 05:05 PM (IST)
बेटियों को बेटों के समान समझें: प्रो. लाल
बेटियों को बेटों के समान समझें: प्रो. लाल

संवाद सहयोगी, अमृतसर : पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने विश्व बेटी दिवस पर बेटियों के परिवारिक महत्व पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है। बच्चे माता-पिता के लिए सर्वश्रेष्ठ ईश्वरीय तोहफा है। बेटे यदि भाग्य से होते हैं, तो बेटियां भी परिवार में सौभाग्य से कम महत्व नहीं रखती। बेटियां परिवार को जोड़ने तथा उनमें मधुर संबंध स्थापित करने में समाज मे सर्वश्रेष्ठ स्थान रखतीं है। बेटियां सहयोग, धैर्य, सहनशीलता व स्नेह की देवियां होतीं हैं। सृष्टि मे रौनक भी महिलाओं से ही है। महिलाओं के बिना सारी कायनात सुनी हो जाएगी। बेटी दिवस पर हम सब मिलकर यह संकल्प ले कि बेटियों को भी बेटों के सामान समझें।

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