भगवान वाल्मीकि और डा. आंबेडकर की याद में एक-एक विश्वविद्यालय बनाएंगे: सुखबीर

सुखबीर बादल रविवार को श्री रामतीर्थ स्थित वाल्मीकि तीर्थ में भगवान वाल्मीकि के प्रकाशोत्सव के संबंध में आयोजित विशाल सत्संग समारोह में पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 08:02 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 08:02 PM (IST)
भगवान वाल्मीकि और डा. आंबेडकर की याद में एक-एक विश्वविद्यालय बनाएंगे: सुखबीर
भगवान वाल्मीकि और डा. आंबेडकर की याद में एक-एक विश्वविद्यालय बनाएंगे: सुखबीर

पंकज शर्मा, श्री रामतीर्थ (अमृतसर):

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि आने वाले चुनाव में अकाली दल की सरकार बनने पर भगवान वाल्मीकि की याद में और डा. आंबेडकर की याद में एक-एक विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।

सुखबीर बादल रविवार को श्री रामतीर्थ स्थित वाल्मीकि तीर्थ में भगवान वाल्मीकि के प्रकाशोत्सव के संबंध में आयोजित विशाल सत्संग समारोह में संगत और अकाली-बसपा वर्करों को संबोधित कर रहे थे। सुखबीर ने कहा कि अकाली दल की सरकार ने ही श्री रामतीर्थ के विकास के लिए 250 करोड़ रुपये दिए थे। वहीं भगवान वाल्मीकि की लाखों रुपये की कीमती मूर्ति के लिए भी राशि पास की थी। आज तक कांग्रेस की सरकार ने कभी भी इस तीर्थ के विकास के लिए न तो गंभीरता दिखाई और न ही राशि खर्च की। उन्होंने कहा कि सभी विरासती स्थलों और धार्मिक जगहों के नियमित रखरखाव के लिए एक विशेष कमेटी गठित की जाएगी। हरिमंदिर साहिब के पास विरासती मार्ग जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों के हालात देखते हुए यह बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि आटा-दाल और शगुन योजनाओं ने गरीबों की आर्थिक स्थिति में सुधार कर दिया था। अब हम तकनीकी संस्थानों में समाज के वंचित वर्गो के मेधावी छात्रों को 33 फीसद आरक्षण सुनिश्चित करके इनको पूरा करेंगे। राज्य में सरकार बनने पर उच्च अध्ययन के लिए 10 लाख रुपये का सुरक्षित कर्ज छात्रों को प्रदान किया जाएगा। गरीबों के घरों में डाक्टर पैदा करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति व पिछड़ी जाति के सदस्यों को पांच-पांच लाख घर दिए जाएंगे। इसके अलावा पचास फीसद अनुसूचित जाति की आबादी वाली पंचायतों को विकास कार्यो के लिए 50 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। चन्नी बताएं - पंजाब बीएसएफ के हवाले क्यों किया?

सुखबीर ने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बताएं कि उन्होंने पंजाब को बीएसएफ के हवाले क्यों किया। गृह मंत्री से मुलाकात करके क्यों बीएसएफ को राज्य के अंदर जांच करने, एफआइआर दर्ज करने और लोगों को गिरफ्तार करने के अधिकार दे दिए हैं। मजीठिया बोले, सिद्धू बताएं - कैसे लागू करेंगे कांग्रेस का एजेंडा?

पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने नवजोत सिंह सिद्धू की अभद्र भाषा और राज्य के मामलों में अकारण हस्तक्षेप के लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सिद्धू को मुख्यमंत्री और जनता दोनों को मूर्ख बनाने की कोशिश करने की बजाय सूची तैयार करनी चाहिए कि वे 2017 में किए गए वादों को कैसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कोई जवाबदेह नहीं है। इसका कारण यह है कि कांग्रेस के मंत्री और विधायक राज्य के संसाधनों की खुली लूट में लिप्त रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आधे पंजाब की भूमि व प्रबंधों पर कब्जा कर लिया है। अगर दोबारा भाजपा केंद्र में आ गई तो पंजाब की हवा पर भी कब्जा कर लेगी। इससे पहले केंद्र की कांग्रेस सरकार ने पंजाब का पानी बांट दिया था। कार्यक्रम में ये हुए शामिल

इससे पहले अलग-अलग नेताओं गुलजार सिंह रणीके व अनिल जोशी ने सभा को संबोधित किया। धर्माचार्य दर्शन रत्न रावण, लखबीर सिंह लोधीनंगल, विरसा सिंह वल्टोहा, प्रकाश चंद गर्ग, पवन टीनू, हरीश राय ढांडा, जगबीर बराड़, गुरप्रताप टिक्का, मोंटू वोहरा और चंदन ग्रेवाल के अलावा विजय दानव, मंजीत मान, मलकीत एआर, अमरपाल अजनाला, तलबीर गिल, वीर सिंह लोपोके, राजकुमार भी मौजूद थे। कार्यक्रम में जोशी का मोबाइल गुम, बोले-जिसके पास है लौटा दो, इनाम दूंगा

कार्यक्रम के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी का मोबाइल फोन गुम हो गया। वह मंच से बोलते रहे उनको उसका मोबाइल फोन दे दिया जाए, क्योंकि उसमें बहुत सारा निजी डाटा था जो भविष्य में इकट्ठा नहीं किया जा सकता। वह मोबाइल लौटाने वाले को उचित इनाम भी देंगे।

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