सीपीआर करती है सांस लेने में मदद : वर्मा
यदि किसी कारण कोई व्यक्ति बेहोश हो गया हो दिल की धड़कन बंद हो गई हो या पल्स नहीं चल रहा हो तो ऐसी स्थिति में कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दी जाती है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : यदि किसी कारण कोई व्यक्ति बेहोश हो गया हो, दिल की धड़कन बंद हो गई हो या पल्स नहीं चल रहा हो तो ऐसी स्थिति में कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दी जाती है। इसकी मदद से पेशेंट को सांस लेने में सहायता मिलती है। दरअसल सीपीआर देने की वजह से हार्ट और ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन में सहायता मिलती है। रेडक्रास सोसायटी के पूर्व सुपरवाइजर केआर वर्मा ने डीएवी कालेज में आयोजित एक वेबिनार में दी, जोकि कालेज के बायो टेक्नोलाजी विभाग द्वारा आयोजित करवाया गया था। कालेज के प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 17.9 मिलियन लोगों की मौत हृदयगति रुक जाने की वजह होती है, जिनमें हार्ट एवं स्ट्रोक की बीमारी सबसे ज्यादा देखी जाती है। विभाग के मुखी डा. विकास गुप्ता और कोआर्डिनेटर डा. रुपिदर ने बताया की सीआरपी तब दी जाती है, जब कोई व्यक्ति अचानक से बेहोश हो जाए और वह सांस लेने में सक्षम ना हो पाए। कार्यक्रम के अंत में कालेज के छात्रों चेष्टा व तानिया द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता करवाई गई। इसमें अर्शिया को प्रथम, सवलीन को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।