लगातार आनलाइन पढ़ाई, सेहत के लिए ठीक नहीं : डा. मेहरा

लाकडाउन की वजह से स्कूल और कालेज बंद हैं। ऐसे में सिलेबस पूरा करवाने के लिए स्कूल और कालेज आनलाइन स्टडी पर जोर दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 04:09 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 04:09 PM (IST)
लगातार आनलाइन पढ़ाई, सेहत के लिए ठीक नहीं : डा. मेहरा
लगातार आनलाइन पढ़ाई, सेहत के लिए ठीक नहीं : डा. मेहरा

संवाद सहयोगी, अमृतसर : लाकडाउन की वजह से स्कूल और कालेज बंद हैं। ऐसे में सिलेबस पूरा करवाने के लिए स्कूल और कालेज आनलाइन स्टडी पर जोर दे रहे हैं। घंटों मोबाइल पर आनलाइन पढ़ाई करने से बच्चों और अध्यापकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इससे उनकी आंखें कमजोर हो सकती हैं और रीढ़ में दिक्कत भी आ सकती है, इसलिए आनलाइन होमवर्क पूरा करवाने के लिए माता-पिता को भी अलर्ट रहने की जरूरत है। अभिभावक आनलाइन पढ़ाई करवाते समय बच्चों के बैठने पर ध्यान दें। ज्यादा देर झुककर बैठने से सबसे बड़ा असर उनकी लंबाई पर पड़ सकता है। साथ ही गर्दन, कमर में दर्द हो सकता है और उनकी रीढ़ में भी दिक्कत आ सकती है। पढ़ते समय थोड़ी-थोड़ी देर में मोबाइल अलग रख दें और थोड़ी देर टहलने का प्रयास करें। यह जानकारी न्यूरो स्पाइन विशेषज्ञ डा. ऐश्वर्या मेहरा ने दी। वह बुधवार को डीएवी कालेज अमृतसर के एनएसएस विभाग और वूमेन एम्पावरमेंट द्वारा 'आनलाइन स्टडी का सेहत पर असर' विषय पर आयोजित वेबिनार में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करने से बच्चों में थकान और कमजोरी आएगी। इससे उनमें दिनभर चिड़चिड़ापन बना रहेगा और आलस भी रहेगा।

कालेज प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने कहा की मोबाइल पर आनलाइन पढ़ाई को लेकर कई समस्याएं हैं। जरूरी नहीं की हर घर में कई एंड्राइड फोन हों। नेटवर्क और डेटा की समस्या भी होती है। इसलिए बच्चों और अध्यापकों को भी काफी परेशानियां उठानी पड़ेगी। मोबाइल पर लगातार पढ़ाई करवाना गलत भी हो सकता है। इससे बच्चों की आंखों का पानी भी सूख सकता है। जिन बच्चों की आंखें कमजोर हैं, उन्हें सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में बच्चों की आंखों से हर पांच मिनट बाद मोबाइल दूर कर दें और डाक्टर की सलाह से उनकी आंखों में आई ड्रॉप डालें। डा. मीनू, एनएसएस कोआर्डिनेटर प्रो. शिल्पी सेठ ने बताया कि छात्र परिवार के साथ भी समय बिताएं।

इस कार्यक्रम में डा. रजनीश पोपी, डा. बीबी यादव, डा. गुरदास सिंह सेखों, डा. जीएस सिद्धू , प्रो. सुनील सचदेवा, प्रो. रेनू शर्मा, डा. मलकीयत सिंह, प्रो. अनीता सेखड़ी, प्रो. पुनीत शर्मा, डा. विभा चोपड़ा, डा. स्मृति अग्रवाल, प्रो. शिवानी और प्रो राजबीर विशेष रूप से उपस्थित थे।

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