वाटर सप्लाई कर्मचारियों ने भंडारी पुल पर किया प्रदर्शन
अपनी मांगों को लेकर वाटर सप्लाई एंड सैनिटेशन मास्ट्रोल इंप्लाइज यूनियन की ओर से अमृतसर के अलग-अलग इलाकों में एक रोष मार्च का आयोजन किया गया।
जासं, अमृतसर : अपनी मांगों को लेकर वाटर सप्लाई एंड सैनिटेशन मास्ट्रोल इंप्लाइज यूनियन की ओर से अमृतसर के अलग-अलग इलाकों में एक रोष मार्च का आयोजन किया गया। प्रदर्शनकारियों की अगुआई संगठन के राज्य अध्यक्ष सुखनंदन सिंह मैहणियां कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों की ओर से शहर के अलग अलग इलकों सिविल अस्तपाल से बस स्टैंड और बस स्टैंड से हाल बजार और भंडारी पुल तक आयोजित मार्च के दौरान शहर का लगभग सारा ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हो गया। चाहे प्रदर्शनकारियों की ओर से यातायात के लिए रास्ता दिया गया था। इसके बावजूद इस के शहर में भारी यातायात होने के कारण ट्रैफिक सुबह से लेकर शाम तक बुरी तरह प्रभावित रहा। प्रदर्शनकारी पंजाब सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियोंने कुछ समय तक भंडारी पुल पर बैठक कर रोष धरना भी दिया।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सुखनंदन सिंह ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगे स्वीकार करने के प्रति गंभीर नहीं है। सरकार की ओर से जो वेतन स्केल रिपोर्ट लागू की जा रही है उस में भी कर्मचारियों से भेदभाव वाली नीतियां अपनाई जा रही है। 1968 से 2006 से लेकर जो श्रेणियां उनके बराबर के वेतन स्केल ले रही है, उनको बढ़ा के वेतन स्केल दिया जा रहा है। जबकि वाटर सप्लाई और सेनिटेशन कर्मचारियों के वेतनों को कम कर दिया गया है। जिसे सहन नही किया जाएगा। कुछ बराबर की श्रेणियों के वेतनों को बिना किसी वजह से उंचा कर दिया गया है। उनकी मांग है कि एक दिसंबर 2011 के वेतन स्केल से आगे का स्केल उनको दिया जाए। सभी कर्मचारियों को तरक्की दी जाए। छठा वेतन स्केल लागू किया जाए। कच्चे कर्मचारी पक्के लिए जाएं। अगर 23 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री ने उनको बैठक का समय न दिया तो मुख्यमंत्री की रिहायश का घेराव किया जाएगा। इस दौरान कर्मचारी नेता मुकेश कंडा, सर्बजीत चावला, शिगारा सिंह, गुरमीत भकना, चरणजीत शाह, अश्वनी कुमार, गुरमेल सिंह और धर्मपाल मौजूद थे।