तीसरी लहर : सिविल अस्पताल में वीआइपी रूम बच्चों के लिए आरक्षित
कोरोना की दूसरी लहर मंद पड़ चुकी है पर तीसरी लहर का खतरा उत्पन्न हो सकता है। सितंबर-अक्टूबर में तीसरी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना की दूसरी लहर मंद पड़ चुकी है पर तीसरी लहर का खतरा उत्पन्न हो सकता है। सितंबर-अक्टूबर में तीसरी लहर का अंदेशा जताया जा रहा है। यह लहर बच्चों के लिए घातक होने का अनुमान है, लिहाजा स्वास्थ्य विभाग अभी से इसकी तैयारी में जुट गए हैं। सिविल अस्पताल में तीसरी लहर को मद्देनजर रखते हुए जहां 50 बेडेड आइसोलेशन वार्ड तैयार की गई है, वहीं 12 प्राइवेट रूम को भी बच्चों के लिए आरक्षित किया गया है। यदि तीसरी लहर आती है और बच्चे संक्रमण ग्रस्त होते हैं तो इन प्राइवेट रूम में उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिलेगी। खास बात यह है कि प्राइवेट रूम में बच्चे के संग उसकी मां पीपीई किट पहनकर रह सकेगी।
तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने सिविल अस्पताल के एसएमओ एवं प्रोग्राम आफिसरों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से हम मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं। अब एक्टिव केसों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वैक्सीनेशन का क्रम भी तेज कर दिया गया है, पर तीसरी लहर संभावित है। सिविल अस्पताल के अलावा गुरुनानक देव अस्पताल में भी 60 बेड वाला पीडिएट्रिक कोरोना वार्ड बनाया गया है। बच्चों का ट्रीटमेंट करने वाले डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को बाकायदा ट्रेनिग दी जा चुकी है।
गुरु नानक देव अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड की दीवारों पर कार्टून किरदारों की पेंटिग उकेरी गई है, ताकि बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाई जा सके। उन्होंने कहा कि मानांवाला व अजनाला में भी बीस-बीस बेड वाला पीडिएट्रिक कोरोना वार्ड तैयार किया गया है।