पिता दशरथ का देहांत और भरत-राम मिलाप देख भावुक हुए दर्शक
पिता दशरथ के देहांत के बाद चार बेटे होते हुए भी उनके पास एक बेटा नहीं था।
अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर : पिता दशरथ के देहांत के बाद चार बेटे होते हुए भी उनके पास एक बेटा नहीं था। दो वनवास पर चले और दो ननिहाल में थे। केवट और भगवान श्री राम का संवाद.. उसके बाद केवट द्वारा भगवान श्री राम के चरणामृत का अमृतपान और फिर राम, लक्ष्मण व माता सीता को गंगा पार करवाने का भावपूर्ण दृश्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। केवट भगवान श्रीराम, सीता व लक्ष्मण को जब गंगा पार करवाने के एवज में मां सीता केवट को एक अंगूठी देने का प्रयास करती है तो केवट भगवान श्रीराम से आग्रह करते हैं कि उन्हें यह शुल्क नहीं चाहिए। मुझे सिर्फ गंगा पार करवाने की एवज में भवसागर पार करवा दें।
गुरु वशिष्ठ, राजा जनक, भरत, शत्रुघ्न सभी भगवान श्री राम जी को वापस लाने के लिए वन की ओर कूच कर गए। भरत के काफी मान मनोव्वल के बाद भगवान श्री राम अयोध्या वापसी के लिए नहीं माने और पिता के वचनों को पूरा करने के लिए वन में ठहरे। उसके बाद भरत अपने परिवार व सेना के साथ वापस अयोध्या आ गए और सिंहासन पर भगवान श्री राम जी की चरण पादुका रख कर उसकी पूजा अर्चना कर राजपाठ चलाया।
भल्ला कालोनी स्थित दूसरी पार्क में भल्ला कालोनी ड्रामाटिक क्लब की ओर से मंचित की जा रही रामलीला में किरदारों के हुनर को देख कर दर्शक भावुक हो गए। रामलीला में भरत मिलाप प्रसंग का मंचन किया गया। भरत का चरित्र गोल्डी, लक्ष्मण जतिदर देवगण, माता सीता कुनाल, दशरथ श्रवण भास्कर, भगवान श्री राम का किरदार नितिन ने निभाया। 30 वर्षीय जतिदर देवगण पिछले आठ सालों से लक्ष्मण का किरदार निभा रहे है और भल्ला कालोनी ड्रामेटिक क्लब से जुड़ा है। कामकाज नहीं चलते थे जब से कारोबार प्रफुल्लित हुआ है। स्वभाव में काफी बदलाव आया है। सनातन धर्म की जानकारी मिली। वे भल्ला कालोनी में ही कंप्यूटर का कारोबार करते है।
32 वर्षीय नितिन शर्मा भी पिछले 8 साल से भगवान श्री राम का किरदार निभा रहे हैं और भल्ला कालोनी की ओर से मंचित की जा रही रामलीला का हिस्सा लिया है। अपने घर के इकलौते बेटे हैं। पिता का साया सिर पर नहीं है। मंच से जुड़ते ही इन्हें सामाजिक जिम्मेदारियों का अहसास हुआ है और घर की जिम्मेदारी का पूरा निर्वाह करते है। भल्ला कालोनी में आप्टीकल शॉप चलाते है। इसी तरह वैष्णो ड्रामाटिक क्लब की ओर से चेयरमैन रवि प्रकाश आशु की अगुआई में व बाबा भौड़ी वाला क्लब की ओर से प्रधान समीर शर्मा की अगुआई में भरत मिलाप प्रसंग का मंचन किया गया। प्रभु श्री राम ने सीखी शस्त्र विद्या व पहुंचे पिता राजा दशरथ के दरबार
चांद सूरज नाटक कला केंद्र की ओर से मोहकमपुरा ताराचंद ग्राउंड में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान प्रभु श्री राम का जन्म गुरु विश्वामित्र से शस्त्र विद्या सीखना व पिता दशरथ के दरबार में जाना है, की सुंदर झांकियों का मंचन दिखाया गया। डायरेक्टर मनमीत सिंह मंगा ने बताया कि इस रामलीला में जितने भी पात्र हैं अपने पूरे तन मन से अपने किरदार निभा रहे हैं। इस दौरान कोरियोग्राफर शमशेर सिंह जग्गी ने अपने कोरियोग्राफी कर लोगों को अच्छा मैसेज भी दिया। इस मौके पर प्रधान अवतार चंद पागा, महासचिव वरुणजीत सिंह, खजांची संदीप सिंह लाडी, दीप सिंह, एक्शन डायरेक्टर जरनैल सिंह टोनी, अविनाश, लाल सिंह, विशालजीत सिंह, सनी, मेकअप और डायरेक्टर राहुल कुमार मोनी, रमण कुमार, राणा वह अन्य मौजूद थे। आज सीता हरण नाइट का होगा मंचन
चांद सूरज नाटक कला केंद्र की ओर से प्रधान अवतार चंद भागा की अगुआई में रविवार को सीता हरण नाइट का मंचन किया जाएगा। संपर्क नंबर : 8728933384
वैष्णो ड्रामाटिक क्लब की ओर से चेयरमैन रवि प्रकाश आशु की अगुआई में रविवार को सीताहरण का मंचन रात नौ बजे से संपर्क नंबर : चेयरमैन रवि प्रकाश आशु 7872477777
भल्ला कालोनी रामलीला ड्रामेटिक क्लब की ओर से प्रधान सतीश बल्लू की अगुआई में रविवार को सीताहरण का मंचन रात नौ बजे से संपर्क नंबर सतीश कुमार बल्लू 9780911217
बाबा भौड़ी वाला क्लब की ओर से प्रधान समीर शर्मा की अगुआई में रविवार को सीताहरण का मंचन रात नौ बजे से संपर्क नंबर समीर पंडित 8054564719