दोहरे हत्याकांड: पीड़ित परिवारों ने घेरा थाना, एक घंटे तक यातायात रहा प्रभावित

18 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड में इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ित परिवारों ने सोमवार की दोपहर मजीठा रोड थाने के बाहर धरना लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 06:16 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 06:16 PM (IST)
दोहरे हत्याकांड: पीड़ित परिवारों ने घेरा थाना, एक घंटे तक यातायात रहा प्रभावित
दोहरे हत्याकांड: पीड़ित परिवारों ने घेरा थाना, एक घंटे तक यातायात रहा प्रभावित

जागरण संवाददाता, अमृतसर: 18 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड में इंसाफ नहीं मिलने पर पीड़ित परिवारों ने सोमवार की दोपहर मजीठा रोड थाने के बाहर धरना लगाया। इससे एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। पीड़ित परिवारों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह मल्ली को सड़क पर आकर पीड़ित परिवार को कार्रवाई करने का आश्वासन देना पड़ा। इसके बाद लोगों ने धरना उठाया।

पीड़ित परिवारों ने उन संदिग्धों के पोस्टर अपने हाथ में पकड़ रखे थे जिन पर अभी तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। मृतक मनीष शर्मा की पत्नी शमा शर्मा, भाई प्रदीप शर्मा और मृतक विक्रमजीत सिंह की पत्नी कोमलप्रीत कौर, भाई सिमरन सिंह ने बताया कि पुलिस ने गोलियां चलाने वाले मनी ढिल्लों को तो काबू कर लिया लेकिन झगड़ा करवाने वाले तरुणप्रीत सिंह, सौरव और जोबन नाम के युवकों को अभी तक एफआइआर में नामजद नहीं किया है। सिमरन ने बताया कि मरने से पहले उसके भाई विक्रमजीत ने तरुणप्रीत, सौरव और जोबन का नाम लिया था। पुलिस ने घटना के बाद तीनों को हिरासत में लेकर थाने में भी रखा था लेकिन दबाव में तीनों पर कार्रवाई नहीं की गई। होटल के बाहर मुंह पर केक मलने को लेकर हुआ था विवाद

18 अगस्त की शाम मजीठा रोड पर मुंह पर केक मलने को लेकर हुए विवाद में मनीष शर्मा और उसके दोस्त विक्रमजीत सिंह की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। उक्त मामले में पुलिस गोलियां चलाने वाले मनी ढिल्लों और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया था जबकि 15-18 अज्ञात आरोपितों की पहचान आज तक नहीं कर पाई है। परिवार का आरोप है कि घटना से तीन महीने पहले हुए झगड़े का बदला लेने के लिए दोनों दोस्तों को वहां जान-बूझकर बुलाया गया था।

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