अस्पतालों ने मनाई छुट्टंी : सिर्फ दो प्राइवेट केंद्रों में 122 हेल्थ वर्करों ने लगवाई वैक्सीन
जिले में अब तक कोरोना 575 लोगों की जान ले चुका है। इस वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन आ चुकी है इसके बावजूद सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों ने रविवार को छुट्टी मनाई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : जिले में अब तक कोरोना 575 लोगों की जान ले चुका है। इस वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन आ चुकी है इसके बावजूद सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों ने रविवार को छुट्टी मनाई। इससे वैक्सीन की धीमी रफ्तार का प्रतिकूल प्रभाव दिखने लगा है। रविवार को जिले में इस अभियान के आठवें दिन सिर्फ दो निजी अस्पतालों में ही टीकाकरण हुआ। सेहत विभाग ने जिले में सात निजी अस्पतालों और 15 सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र बनाए हैं।
सात निजी अस्पतालों में अमनदीप अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल, अपोलो अस्पताल, श्री गुरु रामदास अस्पताल वल्ला, श्री गुरु रामदास डेंटल कालेज व ओमप्रकाश आई अस्पताल शामिल हैं। रविवार को अमनदीप अस्पताल व फोर्टिस अस्पताल में ही टीकाकरण हुआ। शेष पांच अस्पतालों ने टीकाकरण से इन्कार कर दिया है। इसकी वजह क्या रही, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तर्क है कि उपरोक्त अस्पतालों ने रविवार को टीकाकरण इसलिए नहीं किया क्योंकि रविवार को अवकाश था। सोमवार से सभी 22 केंद्रों में टीकाकरण होगा। स्वास्थ्य विभाग ने अब 25 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन कर लिया है। इनमें से महज 2775 का टीकाकरण हो पाया है। निजी अस्पतालों पर दबाव नहीं बना सकते: डा. सुखपाल
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सुखपाल सिंह का कहना है कि हम निजी अस्पतालों पर टीकाकरण के लिए दबाव नहीं बना सकते। जब निजी अस्पताल प्रबंधक उन्हें कहेंगे स्वास्थ्य विभाग वहां वैक्सीनेशन का प्रबंधन कर देगा। डा. सुखपाल ने यह भी कहा कि सोमवार से सभी सातों निजी अस्पतालों में टीकाकरण होगा। अपोलो अस्पताल में तीन दिन से टीकाकरण नहीं
इसी बीच जिले के अपोलो अस्पताल में पिछले तीन दिन से टीकाकरण नहीं हुआ। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार बीते शुक्रवार और शनिवार को अपोलो अस्पताल में टीकाकरण की संख्या शून्य बताई गई थी। अब नौ से तीन बजे तक छह घंटे हुआ टीकाकरण का समय
टीकाकरण की सुस्त रफ्तार की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने अब समय में बदलाव किया है। पूर्व में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक टीका लगाया जाता था। अब इसे तीन बजे तक कर दिया गया है। इसका दूसरा कारण विभाग यह बता रहा है कि टीकाकरण का डाटा तैयार करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। इसलिए इस समय को कम किया गया है।