अमृतसर से शुरू हुई अनोखी यात्रा, जानें कहां से गुजरेगी 'टर्बन ट्रैवलर' ने 10 हजार किमी की यात्रा
Unique journey गुरुनगरी अमृतसर से अनोखी यात्रा शुरू हुई है। 10 हजार किलोमीटर की यह धार्मिक यात्रा श्री गुर तेग बहादुर जी के चरण स्पर्श प्राप्त स्थानों से गुजरेगी। यह यात्रा टर्बन ट्रैवलर के नाम से मशहूर अमरजीत सिंह चावला ने शुरू की है।
अमृतसर, जेएनएन। गुरुनगरी से 10 हजार किलोमीटर की अनोखी यात्रा शुरू हुई है। यह यात्रा गुरु श्री तेग बहादुर साहिब के चरण स्पर्श स्थलाें से गुजरेगी। यात्रा दिल्ली के कारोबारी और 'टर्बन ट्रैवलर' के नाम से मशहूर 61 वर्षीय अमरजीत सिंह चावला ' हिंद की चादर' ने शुरू की है। वह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर देश भर में स्थित उनके चरण स्पर्श प्राप्त स्थानों की यात्रा पर निकले हैं। अमरजीत सिंह कार से करीब 10 हजार किलोमीटर की आध्यात्मिक यात्रा पूरी करेंगे।
श्री गुरु तेग बहादुर जी के चरण स्पर्श प्राप्त स्थानों पर होंगे नतमस्तक
अमरजीत सिंह ने श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन और शहादत एक मिसाल है। गुरु महाराज जिन-जिन स्थानों पर गए, हम वहां जाकर शीश नवाएंगे। यह यात्रा करीब चार माह में पूरी होगी। 18 अप्रैल 2021 को वह गुरुद्वारा श्री बाबा बकाला साहिब में इस यात्रा का समापन करेंगे। उनका मकसद लोगों को गुरु महाराज द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संदेश देना है।
400वें प्रकाश पर्व को समर्पित की यात्रा, पहले भी कार से जा चुके हैं लंदन तक
दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर के रहने वाले अमरजीत सिंह इससे पहले दिल्ली से लंदन तक का सफर कार से पूरा कर चुके हैं। अमृतसर में उनका ससुराल है। उन्होंने 30 देशों का 34 हजार किलोमीटर का सफर तय करने के बाद लंदन में तिरंगा फहराया था। उन्होंने बताया कि जब मैं छोटा था तब विदेशियों को कार व मोटरसाइकिल पर सवार होकर अमृतसर व दिल्ली आते देखता था। उन्हें देखकर रोमांचित हो जाता था। सोचता था कि एक दिन वह भी कार पर सवार होकर विदेश जाऊंगा। आखिरकार 60 साल की आयु में इस ख्वाब को हकीकत में बदल पाया।
दोस्तों के साथ मिलकर तय किया था पहला सफर
सपने को हकीकत में बदलने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों देव वर्मा और लुकमान मलिक के साथ सलाह कर दिल्ली से लंदन की यात्रा कार से तय करने की रूपरेखा तैयार की थी। दोनों दोस्त साथ चलने को सहमत हो गए। उन्होंने सात देशों का वीजा अप्लाई किया था। स्वीकृति मिलने के बाद 7 जुलाई 2018 को अपनी फार्च्यूनर कार निकाली और दिल्ली स्थित बंगला साहिब गुरुद्वारा में माथा टेककर यात्रा पर निकल गया।
131 दिन में भी विभिन्न देशों की यात्रा
चावला अपनी पहली यात्रा के दौरान नेपाल, तिब्बत, चीन, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, इंग्लैंड, स्वीडन, नार्वे, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, चेक रिपब्लिक, हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया, ऑस्ट्रिया, स्विट््जरलैंड, इटली, स्पेन, फ्रांस, बेल्जियम सहित कई देशों से गुजरे। अमरजीत ङ्क्षसह ने बताया कि यह यात्रा पूरी करने में उन्हें 131 दिन लगे। वह रास्ते में आने वाले सभी धार्मिक स्थलों पर नतमस्तक हुए। इस दौरान विभिन्न देशों के राजनेताओं ने उनकी टीम का अभिनंदन किया।