सीएम से मिले यूनियन नेता, फेडरेशन ने संभाली सफाई की कमान

कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग को लेकर सफाई मजदूर यूनियन बिट्टा ग्रुप ने सोमवार को कूड़े की लिफ्टिंग बंद करने की काल दी थी पर उसके विरोध में म्युनिसिपल यूथ इंप्लाइज फेडरेशन द्वारा कूड़े की लिफ्टिंग करवाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:03 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:03 PM (IST)
सीएम से मिले यूनियन नेता, फेडरेशन ने संभाली सफाई की कमान
सीएम से मिले यूनियन नेता, फेडरेशन ने संभाली सफाई की कमान

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग को लेकर सफाई मजदूर यूनियन बिट्टा ग्रुप ने सोमवार को कूड़े की लिफ्टिंग बंद करने की काल दी थी, पर उसके विरोध में म्युनिसिपल यूथ इंप्लाइज फेडरेशन द्वारा कूड़े की लिफ्टिंग करवाई गई। यूनियन नेता विनोद बिट्टा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की। उनके आश्वासन के बाद हड़ताल खोलने की घोषणा की, वहीं फेडरेशन प्रधान आशू नाहर ने दावा किया कि न तो सोमवार को कूड़े की लिफ्टिंग बंद हुई थी व न ही मंगलवार को।

गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में यूनियन के प्रधान विनोद बिट्टा, सुरेंद्र टोना ने सीएम चन्नी से मुलाकात की और उन्हें निगम मुलाजिमों की मांगों से अवगत करवाया। चन्नी ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी मुश्किलें हल हो जाएंगी। इसके बाद सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला किया और कूड़ा लिफ्टिंग का काम शुरु कर दिया गया। बिट्टा ने कहा कि सीएम के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म करते हुए कूड़े की लिफ्टिंग शुरू करवा दी गई है। बुधवार तक सारे कूड़े की लिफ्टिंग हो जाएगी।

बेटे, भाई, भतीजों को नहीं होने देंगे पक्का : नाहर

वहीं, नाहर ग्रुप के प्रधान आशू नाहर ने कहा कि कच्चे मुलाजिम हर हाल में पक्के होने चाहिए। कुछ यूनियन मुलाजिमों को गुमराह कर रही हैं। उन्होंने बिना वजह की जो बंद की काल दी थी, उसमें न तो पंजाब बंद हुआ है और न ही अमृतसर। निगम से रिटायर हो चुके कर्मचारी मुलाजिमों का कंधा यूज करके जो राजनीति कर रहे हैं, वह बंद होनी चाहिए। 10 से 15 साल जिन्होंने निगम में बतौर कच्चे मुलाजिम काम किया है, वह हर हाल में पक्के होने चाहिए। मगर अगर इसकी आड़ में कोई यूनियन नेता अपने भाई, बेटे या भतीजे को पक्के करवाना चाहता है, तो इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। कुछ नेता अपनी फोटो खिचवा कर अब हड़ताल से पीछे हो गए हैं जबकि चाहिए यह था कि वह इस बाबत नोटिफिकेशन जारी करवाते और फिर हड़ताल उठाते।

हड़ताल पर दो फाड़ हो गई थी यूनियनें

बता दे कि निगम कर्मचारियों ने रविवार से हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी थी। उनकी मांग थी कि उनके कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। रविवार को शहर से कूड़ा नहीं उठाया गया। वहीं सोमवार सीएम चन्नी के अमृतसर आने की बात हुई तो फेडरेशन ने हड़ताल से मना कर दिया, लेकिन दूसरा गुट हड़ताल पर डटा रहा। दूसरे गुट के हड़ताल पर रहने के बावजूद फेडरेशन नेताओं ने शहर से कूड़े की लिफ्टिंग करवाई।

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