सिविल अस्पताल को मिले वेंटिलेटर, गंभीर डेंगू मरीज नहीं होंगे रेफर

कोरोना काल में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिले में 427 संक्रमित रिपोर्ट हो चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 02:00 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 02:00 AM (IST)
सिविल अस्पताल को मिले वेंटिलेटर, गंभीर डेंगू मरीज नहीं होंगे रेफर
सिविल अस्पताल को मिले वेंटिलेटर, गंभीर डेंगू मरीज नहीं होंगे रेफर

जासं, अमृतसर : कोरोना काल में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिले में 427 संक्रमित रिपोर्ट हो चुके हैं। वहीं सैकड़ों ही लोग संदिग्ध बुखार का शिकार भी हैं। इन सबके बीच सरकारी अस्पतालों में मरीज के इलाज की व्यवस्था में सुधार किया जाने लगा है। जिले के सिविल अस्पताल में अति गंभीर डेंगू संक्रमितों के उपचार के लिए दो पोर्टेबल वेंटिलेटर इंस्टाल किए गए हैं। वेंटिलेटर्स मिलने से डेंगू संक्रमित उन मरीजों का उपचार संभव हो सकेगा जो शाक सिड्रोम व हैमरेजिक से पीड़ित हैं। उन्हें अब जीएनडीएच में रेफर नहीं करना पड़ेगा।

सिविल अस्पताल में डेंगू वार्ड तो हर साल बना दी जाती है, पर वेंटिलेटर्स न होने की वजह से गंभीर मरीजों को गुरुनानक देव अस्पताल या निजी अस्पतालों में रेफर किया जाता रहा है। दैनिक जागरण ने इस संदर्भ में समाचार प्रकाशित कर विभाग का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया था। परिणामस्वरूप अब दो पोर्टेबल वेंटिलेटर्स यहां लगाए गए हैं। वर्तमान में यहां 25 डेंगू संक्रमित उपचाराधीन हैं। तीन प्रकार का होता है डेंगू बुखार, ये होते हैं लक्षण

दरअसल, डेंगू बुखार तीन प्रकार का होता है। पहला साधारण डेंगू बुखार, दूसरा डेंगू हैमरेजिक बुखार (डीएचएफ) और तीसरा डेंगू शॉक सिड्रोम (डीएसएस)। साधारण डेंगू बुखार में मरीज के रक्त से प्लेट्लेट्स की मात्रा कम होने लगती है।

हैमरेजिक बुखार : इसमें मरीज की चमड़ी पीली और ठंडी पड़ जाती है। नाक, दांत, मुंह और मसूढ़ों से खून बहता है। फेफड़ों और पेट में पानी भर जाता है। प्लेटलेट्स की मात्रा तो कम होती ही है। कई मामलों में खून की उल्टियां भी होती हैं। ऐसी स्थिति में भी वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत होती है।

डेंगू शॉक सिड्रोम : इसमें मरीज की हालत गंभीर हो जाती है। उसे तेज बुखार होता है और त्वचा ठंडी पड़ जाती है। बेहोशी भी आ सकती है। शरीर में रक्त प्रवाह कम हो जाता है। धड़कनें तेज होती हैं। ऐसे मरीजों को वेंटिलेटर पर रखकर उपचार दिया जाता है। मरीज को रेंडम प्लेटलेट्स कंस्टेंडर की जरूरत भी पड़ती है। रविवार को 15 डेंगू मरीज रिपोर्ट

जिले में डेंगू का प्रकोप पूरी तरह फैल गया है। 15 नए संक्रमित मिलने के बाद अब संक्रमितों की कुल संख्या 442 जा पहुंची है। इससे पहले 23 सितंबर को 19 मरीज, 24 को 17 और 25 को भी 17 डेंगू मरीज रिपोर्ट हुए थे। अब औसत 15 मरीज रोज आने लगे हैं। पिछले चार दिनों में मिले डेंगू मरीज

23 सितंबर 19

24 सितंबर 17

25 सितंबर 17

26 सितंबर 15

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