अंगीठी के धुएं से मां-बेटे का दम घुटा, दोनों की मौत
खूह कोड़ियां में अंगीठी के धुएं से में दम घुटने से परिवार के दो सदस्यों की रविवार देर रात मौत हो गई। मरने वालों में रजान (4) और उसकी मां रजीना (21) शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोतवाली थानांतर्गत पड़ते खूह कोड़ियां में अंगीठी के धुएं से में दम घुटने से परिवार के दो सदस्यों की रविवार देर रात मौत हो गई। मरने वालों में रजान (4) और उसकी मां रजीना (21) शामिल हैं। रजीना के पति अफजल (24) को गंभीर हालत में गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि चार महीने पहले कोलकाता से पहुंचे उक्त दंपती ने कमरा किराये पर लिया था। फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवा दिया है। एसीपी परवेश चोपड़ा ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है।
खूह कोड़िया निवासी टिकू ने बताया कि अफजल मूल रूप से कोलकाता का रहने वाला था और यहां गुरु बाजार में सोने की ढलाई का काम करता है। चार महीने पहले अफजल ने उनके मकान की उपरी हिस्से पर बना कमरा किराये पर लिया था। सर्दी के कारण अक्सर रजीना अपने कमरे में अंगीठी का इस्तेमाल करती थी। रविवार की रात भी परिवार ने अंगीठी में कोयले जलाए थे, लेकिन धुएं के कारण रजान और रजीना की मौत हो गई। सोमवार सुबह तक जब परिवार नहीं उठा तो टिकू ने कमरे का दरवाजा खोला। अंदर दोनों के शव पड़े हुए थे। गंभीर हालत में अफजल को गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया गया। कमरे में आग न जलाएं : डा. मनिंदर सिंह
डा. मनिदर सिंह ने बताया कि सर्दी के दिनों में कमरे में कोयले या लकड़ी जलाना खतरनाक हो सकता है। खासकर उस कमरे में आग न जलाएं जहां रोशनदान या खिड़की न हो। आग जलाते समय खिड़की दरवाजे खोल दें। जहरीली गैस सांस द्वारा शरीर के अंदर जाने से दम घुटने जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। जो मौत का कारण बनती है। कमरे में सौ रहे व्यक्ति को इस बारे में पता भी नहीं चलता।