चीन से आयातित खिलौनों में जहरीले तत्व, सरकार लगाए रोक
चीन से आयात होने वाले गेम्स व खिलौनों को पूरी तरह से बहिष्कार कर मेड इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए लघु उद्योग भारती के सहयोग के साथ माइक्रो स्माल व मीडियम एंटरप्राइजेज की ओर से सेमिनार आयोजित किया गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
चीन से आयात होने वाले गेम्स व खिलौनों को पूरी तरह से बहिष्कार कर मेड इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए लघु उद्योग भारती के सहयोग के साथ माइक्रो, स्माल व मीडियम एंटरप्राइजेज की ओर से सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें एमएसएमई के डायरेक्टर आरके परमार, असिस्टेंट डायरेक्टर कुंदनलाल व जिला इंडस्ट्री सेंटर से रोहित महेन्द्रू खास तौर पर शामिल हुए। वहीं बीआइएस चंडीगढ़ के वैज्ञानिक राम सिंह ने चीन से आने वाले खिलौनों की गुणवत्ता की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चीन से आयात होने वाले खिलौनों में जहरीले तत्व पाए जा रहे हैं, जिसका बच्चों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। अक्सर लोग सस्ते के चक्कर में अपने बच्चों को चीन से आने वाले खिलौने व गेम्स खरीद कर दे रहे हैं। जबकि, इससे नई जनरेशन को बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि तुरंत चीन से आयात होने वाले इन खिलौनों पर रोक लगाई जाए।
वहीं लघु उद्योग भारती के प्रधान अमित कपूर ने कहा कि स्थानीय उद्योगपतियों को खिलौनों के यूनिट लगाने चाहिए और मेड इन इंडिया को बढ़ावा देना चाहिए। इससे अपने देश में रोजगार भी बढे़गा, साथ ही जहरीले तत्व मुक्त खिलौने बच्चों तक पहुंच पाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से चलाई गई अलग-अलग स्कीमों के बारे भी उद्योगपतियों को बताया। ताकि उनका लाभ उठाकर अपने उद्योग को स्थापित किया जा सके। वहीं जिला उद्योग सेंटर के अधिकारी रोहित महेन्द्रू ने कहा कि जिला स्तर पर विभाग की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा। मौके पर यूएएम प्रमाणपत्र देने का प्रबंध किया गया है, जिससे उद्योगों को काफी ज्यादा फायदा भी हुआ है।
इसके अलावा लघु उद्योग भारती के महासचिव समीर खन्ना, डा. जेपी सिंह, डा. रविशंकर सिंह ने भी चीन निर्मित खिलौनों से बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत असर की जानकारी दी। इस मौके पर तिलक राज अरोड़ा, डा. रवि धवन, डीके जैन, करतार सिंह आदि मौजूद रहे।