डीएसपी के रीडर बाली पर दर्ज एफआइआर में फिरौती के भी आरोप

विजिलेंस विभाग के एक डीएसपी के रीडर तजिदर बाली पर दर्ज की गई एफआइआर में भ्रष्टाचार के आरोप ही नहीं बल्कि फिरौती की धाराएं भी शामिल की गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:30 PM (IST)
डीएसपी के रीडर बाली पर दर्ज एफआइआर में फिरौती के भी आरोप
डीएसपी के रीडर बाली पर दर्ज एफआइआर में फिरौती के भी आरोप

जासं, अमृतसर : विजिलेंस विभाग के एक डीएसपी के रीडर तजिदर बाली पर दर्ज की गई एफआइआर में भ्रष्टाचार के आरोप ही नहीं बल्कि फिरौती की धाराएं भी शामिल की गई हैं। आरोपित रीडर को शनिवार की शाम ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रीडर को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।

दरअसल, विजिलेंस ने साल 2016 में राजेश कुमार के बेटे सिद्धांत के खिलाफ शिलांग यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री तैयार करने के आरोप में केस दर्ज किया था। राजेश ने पुलिस को बताया कि वह सुल्तानविड रोड पर एक एकेडमी चलाता है और कुछ यूनिवर्सिटियों से स्टूडेंट्स को पढ़ाई करवाता है। आरोपित तजिदर सिंह सिद्धांत को एफआइआर से निकालने की एवज में तीन लाख रुपये की मांग कर रहा था जबकि उसे कहा जा रहा था कि वह चालान इतना कमजोर कर देगा कि उसे भी कोर्ट बरी कर देगी। इस सारे काम के लिए तजिदर ने राजेश से तीन लाख रुपये की मांग की थी। इस बाबत राजेश ने विजिलेंस के एसएसपी परमपाल सिंह को सारा मामला बताया था। कांग्रेस नेता ने एफआइआर रुकवाने के लिए लगाया जोर

पकड़ा गया रीडर तजिदर बाली कांग्रेस के एक बड़े नेता का दामाद है। नेता को जैसे ही पता चला कि उसके दामाद पर विजिलेंस का शिकंजा कसने लगा है, तो वह छटपटा उठा। उसने कार्रवाई को रुकवाने के लिए पुलिस अधिकारियों और मंत्रियों तक को फोन किए लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई।

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