सौ पुलिस मुलाजिमों ने की घेराबंदी, एनकाउंटर के डर से कुख्यात गैंगस्टर प्रीत सेखों ने किया सरेंडर
वांछित कुख्यात गैंगस्टर प्रीत सेखों और उसके दो साथियों को पुलिस ने मंगलवार की शाम अजनाला के चमियारी गांव से गिरफ्तार कर लिया।
जागरण टीम, अजनाला, अमृतसर: हत्या प्रयास, हत्या और फिरौती के दर्जनभर मामलों में वांछित कुख्यात गैंगस्टर प्रीत सेखों और उसके दो साथियों को पुलिस ने मंगलवार की शाम अजनाला के चमियारी गांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से एक कार, एक राइफल, पांच पिस्तौल, बड़ी संख्या में कारतूस, चार मोबाइल बरामद किए हैं। पता चला है कि गैंगस्टर प्रीत सेखों किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
अमृतसर देहाती पुलिस के एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना और आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओसीसीयू) के एआइजी गुरमीत चौहान को सूचना मिली थी कि गैंगस्टर प्रीत सेखों चमियारी गांव में रहने वाले अपने रिश्तेदर महिदर सिंह के घर में छिपा है। इसी आधार पर डीएसपी बलबीर सिंह, डीएसपी गुरिंदरपाल सिंह नागरा, डीएसपी बिक्रम बराड़, डीएसपी अभिमन्यु राणा की अगुआई में सौ से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने चमियारी गांव को चारों तरफ से घेर लिया। लगभग 15 मिनट तक आरोपित गैंगस्टर प्रीत सेखों, अपने साथी गुरलाल सिंह और निक्का खडूर साभिया के साथ घर की छत पर पुलिस के सामने डटा रहा। चारों तरफ से खुद को घिरा देख आरोपित को मौत का खौफ सताने लगा। उसे लगा कि पुलिस उसका एनकाउंटर न कर दे, इस कारण उसने अपने मोबाइल से तुरंत अपने सरेंडर करने की पोस्ट डाल दी। फिर उसने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। पिछले दो साल से कर रहा वारदातें
कुख्यात गैंगस्टर प्रीत सेखों अंबरसरिया पिछले दो सालों से वारदातों को अंजाम दे रहा था। वह पेशे से बाउंसर था। वह रंजीत एवेन्यू के होटल में नौकरी करता था। पकड़े आरोपितों को माल मंडी स्थित जवाइंट इंटेरोगेशन में ले जाकर पूछताछ की जा रही है। दो हत्याएं कीं और ब्यास में चलाई थी गोलियां
-एक जनवरी 2020 की रात आरोपित ने अपने साथियों के साथ मिलकर सोशल हाइट नाम के रेस्टोरेंट में हरजीत सिंह नाम के युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।
- 10 अक्तूबर 2020 की रात रंजीत एवेन्यू में अन्य बाउंसर जगरूप सिंह उर्फ जग्गा को गोलियां मारकर हत्या कर दी थी।
- 16 जुलाई ब्यास में कुलदीप सिंह के घर के बाहर गोलियां चलाई। आरोपित ने विदेश बैठे कुलदीप सिंह के बेटे से दस लाख की फिरौती मांगी थी।