देश छोड़ कर विदेश जाना पसंद कर रहे हैं युवा : डा. राजेश

डीएवी कालेज और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जीएनडीयू) के फिजिक्स विभाग द्वारा सयुंक्त रूप से विदेश में पढ़ाई के विषय पर आधारित एक वेबिनार आयोजित करवाया गया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 08:00 AM (IST)
देश छोड़ कर विदेश जाना पसंद कर रहे हैं युवा : डा. राजेश
देश छोड़ कर विदेश जाना पसंद कर रहे हैं युवा : डा. राजेश

जागरण संवाददाता, अमृतसर

डीएवी कालेज और गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जीएनडीयू) के फिजिक्स विभाग द्वारा सयुंक्त रूप से विदेश में पढ़ाई के विषय पर आधारित एक वेबिनार आयोजित करवाया गया। प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए विदेश जाना और आसान हो गया है। आप बढि़या व उमदा यूनिवर्सिटी या फिर बेहतरीन समर स्कूल में दाखिला लेकर विदेश पहुंचने का सपना पूरा कर सकते हैं। भारतीय विद्यार्थियों की संख्या यूरोप की यूनिवर्सिटियों में साल 2000 से 2009 के बीच 3,348 से बढ़कर 51,556 पर पहुंच गई। अकेले ब्रिटेन में ही विद्यार्थियों की संख्या 3,962 से बढ़कर 36,105 हो गई है। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर रहें है, वो भी भारत के कालेजों में अपनी पसंद का कोर्स नहीं कर पा रहे हैं। हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के बावजूद इंजी. या मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए अनावश्यक दबाव और मानसिक बोझ होता है। आस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के पीएचडी स्कालर शंकर दत्त और जीएनडीयू से डा. बिदिया अरोड़ा ने कहा कि विदेश जाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में 256 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई है। प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने बताया कि शिक्षा, प्रतिस्पर्धा, जीवन की गुणवत्ता, पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी व समग्र व्यक्तित्व विकास आदि में मूलभूत मतभेदों के कारण, अधिकांश विद्यार्थियों के माता-पिता आगे के अध्ययन के लिए विदेशी यूनिवर्सिटी में भेजना अधिक पसंद करते हैं। उनका कहना है कि देश के युवा देश को छोड़ के विदेश जाना पसंद कर रहे है, जोकि हैरान भी कर रहा है व परेशान भी। इस मौके पर विभागाध्यक्ष डा. समीर कालिया, डा. नीरू गुप्ता, डा. राजेश कुमार, डा. अजय कुमार, डा. मनप्रीत कौर, डा. विभा चोपड़ा, डा. नीरजा कालिया, डा. मनिदर कौर, प्रो. राजीव कुमार आदि मौजूद थे।

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