जिले में आक्सीजन के बाद अब कोरना वैक्सीन भी खत्म

कोरोना वायरस की रफ्तार के आगे स्वास्थ्य सेवाएं ढीली पड़ गई हैं। सरकार हर नागरिक को सुरक्षा रूपी टीके का कवच पहनाने के लिए प्रयासरत है पर जिले के टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन समाप्त हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 03:30 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 03:30 AM (IST)
जिले में आक्सीजन के बाद अब कोरना वैक्सीन भी खत्म
जिले में आक्सीजन के बाद अब कोरना वैक्सीन भी खत्म

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना वायरस की रफ्तार के आगे स्वास्थ्य सेवाएं ढीली पड़ गई हैं। सरकार हर नागरिक को सुरक्षा रूपी टीके का कवच पहनाने के लिए प्रयासरत है, पर जिले के टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन समाप्त हो चुकी है। मंगलवार को सिविल सर्जन कार्यालय स्थित रीजनल वैक्सीन स्टोर में कोविशील्ड व कोवैक्सीन का स्टाक पूरी तरह खत्म हो गया। जिले के कुछ निजी अस्पतालों में कोवैक्सीन की महज 6000 डोज बची हैं, जबकि सरकारी अस्पतालों में कोविशील्ड का स्टाक जीरो है।

यह बहुत विकट परिस्थिति है। सिविल सर्जन कार्यालय ने मंगलवार को स्टेट से हुई वीसी के दौरान वैक्सीन खत्म होने की जानकारी दी गई, पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई कि वैक्सीन कब मिलेगी। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह के अनुसार बुधवार को वैक्सीन आने की संभावना है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बुधवार को सिविल अस्पताल व मेडिकल कालेज में टीकाकरण सत्र लगाए जाएंगे। एक मई से तो 18 आयु वर्ग के सभी लोगों को टीका लगाने की घोषणा सरकार ने की है, पर वैक्सीन की किल्लत आड़े आने लगी है। 9277 लोगों ने मंगलवार को लगवाई वैक्सीन

मंगलवार को जिले में 9277 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 235 सरकारी एवं 57 निजी केंद्रों में टीकाकरण हुआ। 16 जनवरी को शुरू हुए टीकाकरण के अंतर्गत अब तक दो लाख तीस हजार 217 लोगों को टीका लग चुका है। टीकाकरण की रफ्तार तो तीव्र गति से जारी रही, लोगों का उत्साह भी बढ़ता गया पर अब वैक्सीन संकट उत्पन्न हो रहा है। फतेह किट्स की भी किल्लत

कोरोना संक्रमितों को फतेह किट्स उपलब्ध करवाने में भी स्वास्थ्य विभाग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नियमानुसार हर संक्रमित को उसके घर जाकर फतेह किट्स उपलब्ध करवानी होती है, पर किटस का स्टाक भी समाप्त होने की कगार पर है। कोरोना संक्रमित मरीज स्थानीय अधिकारियों को फोन कर किट की मांग कर रहे हैं, पर अधिकारी बेबसी जाहिर कर रहे हैं। फतेह किट्रस भी नहीं मिल रही। हालात यह हैं कि एक परिवार में यदि चार संक्रमित हैं तो एक किट्स देने की बात कही जा रही है।

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