महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है 'द लाइट आफ एशिया'

प्रभा खेतान फाउंडेशन की ओर से अहसास वूमेंस आफ अमृतसर के साथ-साथ ताज स्वर्णा के सहयोग से वेबिनार करवाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Sun, 27 Jun 2021 07:30 PM (IST)
महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है 'द लाइट आफ एशिया'
महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है 'द लाइट आफ एशिया'

जासं, अमृतसर: प्रभा खेतान फाउंडेशन की ओर से अहसास वूमेंस आफ अमृतसर के साथ-साथ ताज स्वर्णा के सहयोग से वेबिनार करवाया गया। इसमें दैनिक जागरण मीडिया पार्टनर के तौर पर जुड़ा। वर्चुअल कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश की किताब 'द लाइट आफ एशिया' का विमोचन किया गया। यह किताब महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है।

जयराम रमेश के साथ गोपाल कृष्णा गांधी ने उनकी किताब के विषय में बातचीत की। वेबिनार शाम सात बजे शुरू हुआ, जो लगभग साढ़े सात बजे तक जारी रहा। अहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्याओं के साथ-साथ देश भर के विभिन्न हिस्सों से लेखन प्रेमियों ने इसमें भाग लिया। इस मौके पर प्रीति गिल, प्रणीत बब्बर, जसमीत नैय्यर, रमनजीत ग्रोवर, शीतल खन्ना, सोनाक्षी कुंद्रा आदि मौजूद रहीं। लेखन में जयराम रमेश को मिल चुके हैं कई अवार्ड

जयराम रमेश इस समय राज्यसभा के सदस्य हैं। वह साइंस एंड टेक्नोलाजी व इन्वायरमेंट एंड फोरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज पर बनी पार्लियामेंट्री स्टैंडिग कमेटी के चेयरमैन भी हैं। साल 2006 और 2014 में वह वन एवं पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं। वह एक अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ बतौर पर्यावरण संरक्षक भी काम कर चुके हैं। जयराम रमेश कई किताबें लिख चुके हैं। उन्हें बायोग्राफी और कविताओं के लिए अवार्ड भी मिल चुके हैं। देश के राजनीतिज्ञ और राजदूत रहे हैं गोपाल कृष्ण गांधी

गोपाल कृष्ण गांधी देश के मशहूर राजनीतिज्ञ व राजदूत रहे हैं। वह श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका में भारत के हाई कमिश्नर, नार्वे व आइसलैंड में भारत के राजदूत रहे हैं। साल 2004 से 2009 तक वह देश के 23वें राज्यपाल रह चुके हैं। वह हिस्ट्री व अंग्रेजी विषय के दिल्ली यूनिवर्सिटी में विद्यार्थी रह चुके हैं। तमिलनाडु व दिल्ली में आइएएस के अधिकारी के तौर पर भी सेवाएं निभा चुके हैं। गांधी साल 1985 से 1987 तक भारत के वाइस प्रेसिडेंट के सचिव, साल 1987 से 1992 तक राष्ट्रपति के संयुक्त सचिव और वर्ष 1997 से 2000 तक राष्ट्रपति के सचिव रहे हैं। छंदों के रूप में बुद्ध के जीवन, चरित्र व दर्शन को किया पेश

अहसास वूमेंस आफ अमृतसर की सदस्य प्रणीत बब्बर ने बताया कि जयराम रमेश की किताब 'द लाइट आफ एशिया' महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं पर आधारित है। साल 1879 में सर एडविन अर्नोल्ड द्वारा लिखित व प्रकाशित किताब द लाइट आफ एशिया उपशीर्षक द ग्रेट रेन्युएशन एक कथात्मक कविता के रूप में है। इसे जयराम रमेश ने महात्मा बुद्ध के जीवन, चरित्र व दर्शन को छंदों की एक श्रृंखला में पेश किया है। द लाइट आफ एशिया बौद्ध इतिहास व लेखन में एक मील का पत्थर है, जिसे अलग-अलग लोग तीस से अधिक अपनी-अपनी भाषा में लिख चुके हैं।

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