टीकाकरण पर विवाद: 300 को टीका लगाने का लक्ष्य था, 78 हेल्थ वर्कर ही आए

विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का शनिवार को गुरु नगरी के तीन सरकारी अस्पतालों में शुभारंभ हुआ। पहले दिन टीकाकरण के प्रति हेल्थ वर्करों का उत्साह नजर नहीं आया।वे इस उधेड़बुन में थे कि टीका लगवाए या नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 06:00 AM (IST)
टीकाकरण पर विवाद: 300 को  टीका लगाने का लक्ष्य था, 78 हेल्थ वर्कर ही आए
टीकाकरण पर विवाद: 300 को टीका लगाने का लक्ष्य था, 78 हेल्थ वर्कर ही आए

जागरण संवाददाता, अमृतसर : विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का शनिवार को गुरु नगरी के तीन सरकारी अस्पतालों में शुभारंभ हुआ। पहले दिन टीकाकरण के प्रति हेल्थ वर्करों का उत्साह नजर नहीं आया।वे इस उधेड़बुन में थे कि टीका लगवाए या नहीं। कहीं इसका कोई साइड इफेक्ट तो नहीं होगा।तीनों अस्पतालों में 100-100 हेल्थ वर्करों का टीकाकरण किया जाना था, पर इनके न आने पर वरिष्ठ अधिकारियों एवं डाक्टरों ने खुद वैक्सीन लगवाई। फिर भी 100 का आंकड़ा छू न सके। सिविल अस्पताल में शाम पांच बजे तक 24 हेल्थ वर्करों ने टीका लगवाया, गुरुनानक देव अस्पताल में 34 व कम्युनिटी हेल्थ सेंटर वेरका में 20 वर्करों का टीकाकरण हुआ।

इससे पूर्व सुबह साढ़े ग्यारह बजे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए रूबरू हुए।इसके बाद सिविल अस्पताल में मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सोनी ने इस अभियान की शुरूआत की। 12.43 पर सर्वप्रथम सिविल अस्पताल के सीनियर लैब टेक्निशियन राजेश शर्मा ने वैक्सीन लगवाई। इसके बाद मेडिकल आफिसर डा. दिग्विजय सिंह व डा. मीनाक्षी आगे आए। वहीं दोपहर 1.28 बजे गुरुनानक देव अस्पताल में टीकाकरण की शुरूआत हुई।मेडिकल कालेज के प्रिसिपल डा. राजीव देवगण ने सर्वप्रथम इंजेक्शन लगवाया।प्रिसिपल द्वारा इंजेक्शन लगवाने के बाद मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. जेपी अत्री, स्किन रोग विशेषज्ञ डा. एसके मल्होत्रा, डा. हरदीप सिंह, डा. बीबी महाजन, डा. राकेश शर्मा, एमएस कार्यालय के हरदीप सिंह, डा. दविदरपाल सिंह, डा. संजीव महाजन, नरेश कुमार, ईएनटी अस्पताल के कर्मी सिकंदर सिंह, मनीष कुमार, डा. केडी सिंह, डा. आदर्शजोत कौर, डा नशत्तर सिंह, डा. कंवरदीप सिंह, डा. सपना आदि ने वैक्सीन लगवाई। इनमें ज्यादातर डाक्टर वे हैं जिनका नाम सूची में नहीं था, पर सूचीबद्ध हेल्थ वर्करों के न आने की वजह से इनका वैक्सीनेशन किया गया। वेरका स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में 20 हेल्थ वर्करों का टीकाकरण हुआ। यहां भी पहले कौन टीका लगवाए, इस पर बहस छिड़ी हुई थी। अंतत: यहां कार्यरत चीफ फार्मेसी आफिसर पूनम सैनी सल्होत्रा ने सर्वप्रथम टीका लगवाया। सबसे पहले वैक्सीन लगवाई, फिर लैब में ड्यूटी निभाई

राजेश शर्मा ने सबसे पहले वैक्सीन लगवाने का खिताब अपने नाम किया है।कोरोना काल में उन्होंने कोविड कलेक्शन सेंटर में निरंतर कोरोना सैंपल लिए और इनकी टेस्टिग भी की। राजेश शर्मा के अनुसार आठ से दस घंटे खड़े रहकर हम ड्यूटी करते थे। कोरोना का खतरा हर वक्त हम पर मंडराता रहता था। कई बार तो शारीरिक कमजोरी हुई। ऐसा लगा कि कोरोना संक्रमित हो गया हूं। परिवार में दो बच्चे व पत्नी हैं। अपने से ज्यादा उनकी सुरक्षा की चिता सताती थी, पर फिर भी कर्तव्य से विमुख नहीं हुआ। राजेश शर्मा वैक्सीन लगवाने के आधा घंटा बाद लैब में पहुंचकर सैंपलों की जांच में जुट गए। डा. आदर्श ने प्रस्तुत किया कर्तव्यनिष्ठता का उदाहरण

जीएनडीएच में कार्यरत डा. आदर्श जोत कौर तूर ने टीका लगवाने के बाद आधा घंटा तक रिकवरी रूम में रुकीं। इसके बाद वह अपने काम पर लग गईं। डा. आदर्श की ड्यूटी वैक्सीन सेंटर में ही लगाई गई है। उनकी निगरानी में ही कोविड वैक्सीन लगाई जा रही थी। डा. संजीव महाजन ने भी वैक्सीन लगवाने के बाद काम पर लग गए। शुभारंभ से पहले ही टूटा मेन गेट

गुरुनानक देव अस्पताल में वैक्सीन सेंटर का मेन गेट ही अचानक टूट कर गिर गया। अभी टीकाकरण की शुरूआत नहीं हुई थी। कर्मचारियों ने गेट को उठाकर साइड में खड़ा कर दिया। टीकाकरण अधिकारी हैं या रसोइया?

गुरुनानक देव अस्पताल पहुंचे जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सुखपाल भुल्लर से जब पूछा गया कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई? बड़ी बेपरवाही से जवाब दिया, बोले- रसोइया सबसे बाद में खाता है। अब भला यह कोई खाने की चीज थी क्या? इससे साफ है कि वरिष्ठ अधिकारी कोरोना वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं। आज छुट्टी, कल होगा टीकाकरण

दूसरे चरण में अब सोमवार को टीकाकरण होगा। रविवार की छुट्टी है। इसलिए अब सोमवार से टीकाकरण की मुहिम शुरू होगी। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि हम सभी हेल्थ वर्करों का टीकाकरण करेंगे। जो वर्कर आगे नहीं आए, उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। जिन डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने वैक्सीन लगवाई है वह भी जागरूकता फैलाएंगे कि उन्हें टीका लगाने से कोई शारीरिक समस्या नहीं हुई। सिविल अस्पताल की छह गायनी डाक्टरों ने टीकाकरण करवाया है। हम शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लेंगे।

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