पांच महीने बाद आज से खुलेंगे सभी स्कूल, अभिभावकों के सहमति पत्र के बिना एंट्री नहीं

आखिर सरकार के आदेश पर लगभग पांच महीने के बाद जिले के प्राइवेट और सरकारी स्कूल सोमवार को विद्यार्थियों से गुलजार हो जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:00 AM (IST)
पांच महीने बाद आज से खुलेंगे सभी स्कूल, अभिभावकों के सहमति पत्र के बिना एंट्री नहीं
पांच महीने बाद आज से खुलेंगे सभी स्कूल, अभिभावकों के सहमति पत्र के बिना एंट्री नहीं

अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर: कोरोना के मामलों में आई कमी के बाद आखिर सरकार के आदेश पर लगभग पांच महीने के बाद जिले के प्राइवेट और सरकारी स्कूल सोमवार को विद्यार्थियों से गुलजार हो जाएंगे। सरकार ने 10वीं, 11वीं व 12वीं की कक्षा खोलने की फिलहाल मंजूरी दी है। सिर्फ वही अध्यापक स्कूल में आएंगे जिनके वैक्सीन की दोनों डोज लगी होंगी। नियमों का पालन करना स्कूल प्रबंधकों की ही जिम्मेदारी होगी। यह आदेश जिला शिक्षा विभाग ने जारी किया है।

वहीं स्कूलों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सैनिटाइजेशन करवा दी है और गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ हाथों को सैनिटाइज करवाया जाएगा। कई बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल को आनलाइन अपना सहमति पत्र दिया है। वहीं जिन्होंने नहीं दिया है, उनके बच्चे लिखित में वह सहमति पत्र लेकर आएंगे जो गेट पर ही चेक करने के बाद बच्चे के स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। स्कूल के मुख्य द्वार पर बिना मास्क के विद्यार्थियों की नो एंट्री के बोर्ड चस्पा दिए गए हैं। कक्षा में एक बेंच पर एक ही विद्यार्थी को बिठाया जाएगा।

उधर सरकारी स्कूलों के करीब 98 प्रतिशत स्टाफ को दोनों डोज लग चुकी हैं। जो नाममात्र स्टाफ रहता है, उनका अभी मेडिकल कारणों से टीकाकरण नहीं हुआ है। स्वघोषणा पत्र का यह है प्रारूप

मैं सरकार की कोविड-19 संबंधी निर्देशों से अवगत हूं। मेरा बच्चा भी इन निर्देशों से अवगत है। अब जब सरकार द्वारा स्कूल खोलने का निर्देश जारी किया गया है। इसमें मैं अपने पुत्र या पुत्री को सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए स्कूल भेजने के लिए सहमति प्रकट करता हूं। स्कूल के दौरान किसी प्रकार की भी बच्चे को समस्या आने पर मैं खुद जिम्मेदार होंगा। यदि जानकारी सही नहीं पाई जाती तो मैं खुद यानी अभिभावक सजा का भागीदार होगा।

-बच्चे का नाम और कक्षा

-पिता का नाम और हस्ताक्षर जिले में स्कूलों की गिनती

जिले में सरकारी हाई व सेकेंडरी स्कूलों की गिनती 225, सरकारी एडिड स्कूल 35, प्राइवेट पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड से मान्यता प्राप्त हाई व सेकेंडरी स्कूल करीब 375, सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल 50, आइसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों की गिनती नौ है। सरकारी स्कूलों में करीब 6242 शिक्षक हैं। अभिभावकों की सहमति से ही दाखिल होंगे विद्यार्थी : डीईओ

जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) सतिदरबीर सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूल के टीचिग स्टाफ की पूरी वैक्सीनेशन हो चुकी है। पंजाब सरकार के आदेश के बाद 10वीं, 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगाने के लिए स्कूल खुलेंगे लेकिन विद्यार्थियों को अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा और स्वघोषणा पत्र स्कूल प्रबंधकों को सबमिट करवाना होगा। अभिभावकों यह सुनिश्चित बनाएंगे कि विद्यार्थी के बारे स्वघोषणा पत्र में दर्ज की गई जानकारी गलत न हो, गलत होने पर अभिभावकों को सजा दिए जाने का प्रावधान भी होगा। हालांकि आनलाइन एजूकेशन जारी रहेगी। स्कूल में कोरोना से बचाव के लिए सभी नियम अपनाएं जाएंगे। सरकार को पहले ही फैसला ले लेना चाहिए था: रासा

रिकॉग्नाइज्ड एफिलेटेड स्कूल एसोसिएशन (रासा) के पंजाब महासचिव सुजीत शर्मा बबलू ने कहा कि पंजाब सरकार को यह निर्णय बहुत पहले कर लेना चाहिए था। सभी प्राइंवेट स्कूल खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कोरोना से बचाव के लिए निजी स्कूल पूरे एहतियात बरतेंगे। बच्चों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। डीसी बोले, स्कूल प्रबंधक नियमों का पालन करवाएं

जिलाधीश गुरप्रीत सिंह खैहरा ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं कि सेहत विभाग द्वारा जारी कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन यकीनी बनाया जाए ताकि बच्चों को कोरोना से बचाया जा सके। स्कूल प्रबंधकों की जिम्मेदारी होगी कि वह स्कूल में कोरोना गाइडलाइन के पालन को सुनिश्चित बनाएं। ऐसे में उन्हें नियमों का पालन अच्छे से करवाना होगा।

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