डिपो होल्डर ने तीन किलो गेहूं दी कम, विरोध किया तो हाथापाई की
केंद्र सरकार की जन कल्याण अन्न योजना के तहत नीलेकार्ड धारकों को कम गेहूं बांटी जा रही है। ताजा मामला शेरांवाला गेट के नजदीक पड़ती पक्की गली का है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : केंद्र सरकार की जन कल्याण अन्न योजना के तहत नीलेकार्ड धारकों को कम गेहूं बांटी जा रही है। ताजा मामला शेरांवाला गेट के नजदीक पड़ती पक्की गली का है। जहां पर डिपो होल्डर ने उपभोक्ता को तीन किलो गेहूं कम दी तो उसने विरोध किया। मगर इसका खामियाजा उपभोक्ता को यह भुगतना पड़ा कि उसे गेहूं नहीं दी गई। इस दौरान बहसबाजी हुई और बात हाथापाई तक पहुंच गई। इसमें बीच-बचाव करने आई उपभोक्ता की बहू के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। फिलहाल यह मामला अब थाना बी डिवीजन के पास पहुंच गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रिया निवासी पक्की गली शेरांवाला गेट ने बताया कि गली में गुरप्रीत सिंह डिपो होल्डर है। वह शुक्रवार को गेहूं बांट रहा था। जब ससुर भूषण कुमार गेहूं लेने के लिए गए तो तीन किलो गेहूं कम दी गई। उनकी गेहूं 50 किलो बनती थी, लेकिन 47 किलो दी गई। इसमें से एक किलो की तो बोरी थी, जो डिपो होल्डर को वापस करनी थी। इस हिसाब से करीब चार किलो गेहूं कम दी गई। जब ससुर ने विरोध किया तो डिपो होल्डर ने ससुर के साथ बहसबाजी शुरूकर दी। कहने लगा कि उसे यह गेहूं भी नहीं मिलेगी, जिसे शिकायत करनी है कर ले, कुछ नहीं होगा। इसके बाद उसके ससुर के साथ बहसबाजी होने लगी और मारपीट तक बात पहुंच गई। जब देखा तो वह मौके पर आई। डिपो होल्डर उसके साथ भी मारपीट करने की कोशिश करने लगा। उसे गाली-ग्लौच भी किया। उन्होंने पुलिस को शिकायत भी दे दी है। वहीं डिपो होल्डर गुरप्रीत सिंह ने कहाकि उपभोक्ता को अभी गेहूं दी ही नहीं थी। अभी तो कंडे से भी नहीं उतारी थी। उससे पहले ही वो बहस करने लगा। उल्टा वह लोग उसकी गेहूं की एक बोरी उठाकर ले गए है। उन्होंने भी पुलिस को शिकायत दे दी है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।