एसजीपीसी के रिटायर कर्मियों का जत्था सिघु बार्डर के लिए रवाना

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के रिटायर कर्मचारियों की एसोसिएशन ने कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:00 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:00 PM (IST)
एसजीपीसी के रिटायर कर्मियों का जत्था सिघु बार्डर के लिए रवाना
एसजीपीसी के रिटायर कर्मियों का जत्था सिघु बार्डर के लिए रवाना

जासं, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के रिटायर कर्मचारियों की एसोसिएशन ने कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त की। आंदोलनकारी किसानों का साथ देने के लिए शनिवार को रिटायर कर्मचारियों का जत्था सिघु बार्डर के लिए रवाना हुआ। जत्थे की अगुआई रिटायर कर्मचारियों की एसोसिएशन के अध्यक्ष जोगिदर सिंह अदलीवाल कर रहे थे। जत्थे के सदस्यों ने अमृतसर से रवाना होने से पहले गुरुद्वारा शहीदां साहिब में अरदास की। अरदास के उपरांत जत्था दिल्ली के लिए रवाना हुआ। एसजीपीसी के पूर्व सचिव जोगिदर सिह अदलीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार जानबूझ कर किसानी आंदोलन को लटका रही है। एक वर्ष से किसान दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे है। एसजीपीसी के रिटायर कर्मचारी भी सिघु बार्डर पर चल रहे धरने में योगदान डाल कर आंदोलन को मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि अब यह संघर्ष सिर्फ किसानों का नही बल्कि सारे समाज का संघर्ष बन चुका है। किसानों की आवाज अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है। केंद्र सरकार किसानों से कृषि सेक्टर छीन कर अब कारपोरेट घरानों को सौंपना चाहती है। इस के चलते खानपान की वस्तुओं की कीमतें बहुत अधिक बढ़ जाएंगी। पंजाब में बीच से जो एक्सप्रेस वे और हाईवे तैयार किया जा रहा है वह भी कारपोरेट घरानों को ही लाभ देने के लिए बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कृषि कानून सही है तो सरकार किसानों को इन कानूनों के लाभ के संबंध में संतुष्ट करे। इस मौके पर परमिदर सिंह, जसवंत सिंह, गुरचरन सिंह, कुलवंत सिंह, सुरिदरपाल सिंह, कर्णजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, दलीप सिंह मौजूद थे।

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