स्वयंसेवकों ने स्थापना दिवस पर 29 जगहों पर शस्त्र पूजन कर मनाई विजयदशमी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर स्वयंसेवकों ने 29 जगहों पर शस्त्र पूजन कर विजयदशमी का पर्व मनाया। कोविड-19 की वजह से हर साल आयोजित किया जाने वाला पंथ संचलन इस पर नहीं रहा। शाखा अनुसार ही स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन करते हुए प्रार्थना की।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 11:33 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 11:33 AM (IST)
स्वयंसेवकों ने स्थापना दिवस पर 29 जगहों पर शस्त्र पूजन कर मनाई विजयदशमी
स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन करते हुए प्रार्थना की।

अमृतसर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर स्वयंसेवकों ने 29 जगहों पर शस्त्र पूजन कर विजयदशमी का पर्व मनाया। कोविड-19 की वजह से हर साल आयोजित किया जाने वाला पंथ संचलन इस पर नहीं रहा। शाखा अनुसार ही स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन करते हुए प्रार्थना की।

महानगर में आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य वक्ता के तौर पर क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख रामेश्वर दास, प्रांत प्रचारक प्रमोद कुमार, प्रांत प्रोढ़ कार्य प्रमुख अमृत सागर, विभाग प्रचारक अक्षय कुमार, विभाग संघ चालक डा. करुणेश गुप्ता ने शस्त्रपूजन के कार्यक्रमों में शिरकत की। संघ अधिकारियों ने विजयदशमी की बधाई देते हुए कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा के साथ ही अखंड भारत के अस्तित्व और देश धार्मिक, सामाजिक भाईचारे को बनाए रखने के लिए ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की गई थी।

शस्त्र पूजन सनातन धर्म की पौराणिक परंपरा है। शस्त्र पूजन कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि सनातन धर्म की पौराणिक मान्यता है, जिसका निर्वहन करना प्रत्येक भारतीय का नौतिक दायित्व है। देश की अखंडता के साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बनाए रखना हर नागरिक का सामाजिक दायित्व है।

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