बीमा राशि नहीं, मरीज की बीमारी को देखकर इलाज करें डाक्टर: सोनी
सरकार की सेहत बीमा योजना प्रदेश में सफलतापूर्वक चल रही है। इसमें 15 लाख और परिवारों को जोड़ा जाएगा।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: सरकार की सेहत बीमा योजना प्रदेश में सफलतापूर्वक चल रही है। इसमें 15 लाख और परिवारों को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही इस स्कीम के तहत पांच लाख रुपये वार्षिक निश्शुल्क इलाज दिया गया है।
यह जानकारी उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के शिष्टमंडल के साथ बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान समाज की शिक्षा व सेहत पर केंद्रित है। इसमें बड़े स्तर पर सुधार किए गए हैं। उन्होंने डाक्टरों से कहा कि वह ईश्वर का दूसरा रूप माने गए हैं। उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह बीमा राशि देख कर नहीं बल्कि मरीज की बीमारी को ध्यान में रखकर इलाज करें। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को सुविधा के लिए पैसे दे सकती है पर इसके लिए काम आपके जैसे डाक्टरों व सेहत अमले ने ही करना है। डाक्टर अपनी जिम्मेदारी समझ कर नेक नीयत से इलाज करें। सोनी ने कहा कि बीमा कंपनी की तबदीली के कारण अस्पतालों को कुछ समस्या आई है जिसका हल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह निजी अस्पतालों ने सरकार का साथ दिया है। उसी तरह काम करते रहने की जरूरत है। इस अवसर पर सेहत विभाग के सचिव विकास गर्ग, व अन्य सीनियर अधिकारी मौजूद थे। डेंगू मरीज का इलाज करने में आनाकानी की तो होगी कार्रवाई
ओपी सोनी ने लगातार फैल रहे डेंगू के प्रभाव को कम करने और फागिग बढ़ाने की बात पर भी जोर दिया। सेहत विभाग के अधिकारियों के साथ उन्होंने बात कर मौजूदा हालात पर जायजा लिया। साथ ही कहा कि पूरे राज्य में फागिग को लेकर कमी नहीं आनी चाहिए। इसके साथ ही अगर कोई भी डेंगू का मरीज आता है तो उसका इलाज जरूर किया जाए। अगर कोई डाक्टर इलाज करने में आनाकानी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।