100 वर्षों से संस्कृत को बढ़ावा देने में अहम योगदान दे रहा श्री दुग्र्याणा तीर्थ

विश्व विख्यात श्री दुग्र्याणा तीर्थ लोगों की धार्मिक आस्था का प्रतीक है। जहां पर देश-विदेश से भक्तजन भगवान श्री लक्ष्मी नारायण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:00 AM (IST)
100 वर्षों से संस्कृत को बढ़ावा देने में अहम योगदान दे रहा श्री दुग्र्याणा तीर्थ
100 वर्षों से संस्कृत को बढ़ावा देने में अहम योगदान दे रहा श्री दुग्र्याणा तीर्थ

कमल कोहली, अमृतसर : विश्व विख्यात श्री दुग्र्याणा तीर्थ लोगों की धार्मिक आस्था का प्रतीक है। जहां पर देश-विदेश से भक्तजन भगवान श्री लक्ष्मी नारायण का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं। वहीं श्री दुग्र्याणा तीर्थ के प्रबंधों को चलाने वाले श्री दुग्र्याणा कमेटी समाज के लिए कई अहम कार्य कर रही है, जोकि समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। कमेटी 100 साल से संस्कृत के प्रचार के लिए अहम भूमिका निभा रही है। श्री लक्ष्मी नारायण संस्कृत कालेज में करीब 100 से अधिक बच्चे हर वर्ष निश्शुल्क दाखिला लेते हैं, जहां पर यह विद्यार्थी डिग्री कोर्स हासिल करके संस्कृत के प्रचार के लिए सेवा निभाते हैं। कमेटी द्वारा संस्कृत की शिक्षा लेने वाले बच्चों को रहने तथा भोजन की व्यवस्था निश्शुल्क की जाती है। श्री लक्ष्मी नारायण संस्कृत कालेज में संस्कृत से संबंधित कई कोर्स चलाए जाते हैं। कमेटी का उद्देश्य है कि संस्कृत भाषा को प्रफुल्लित किया जाए तथा जो धार्मिक परंपरा है, वह संस्कृत के श्लोकों से पूरी की जाए। वोकेशनल कोर्स के लिए बनाई एजुकेशन सोसायटी

कमेटी ने जरूरतमंद परिवारों के होनहार बच्चों की हायर एजुकेशन वोकेशनल कोर्स के लिए एक एजुकेशन सोसायटी का गठन किया हुआ है। यह सोसायटी ऐसे बच्चों का चयन करती है, जो आर्थिक तौर पर कमजोर होते हैं। इन विद्यार्थियों से यह प्रण लिया जाता है कि वे जब जीविका कमाने के समक्ष बन जाौं तो वह भगवान श्री ठाकुर जी के द्वार में हाजिरी भरने के लिए जरूर आएं। सहायता राशि कमेटी की सिफारिश पर दी जाती है। हर महीने 200 परिवारों को बांटती है राशन

कमेटी द्वारा श्री दुग्र्याणा तीर्थ परिषद में एक सिलाई सेंटर चलाया जाता है, जहां पर लड़कियों को सिलाई कटाई की निश्शुल्क शिक्षा दी जाती है। पिछले 15 वर्षों से कमेटी द्वारा हर महीने 200 जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं व विधवाओं को राशन दिया जाता हैं। कमेटी ने गांव व शहरों में खंडित हुए मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए भी कार्य शुरू किया हुआ है, जो मंदिर खंडित हो गए हैं तथा उनके पास धनराशि की कमी है, उन मंदिरों के निर्माण के लिए कमेटी सारा खर्च उठाती है। केंद्रीय जेल में अमृतसर में भी एक मंदिर का निर्माण किया हुआ है। कमेटी द्वारा चलाई जा रही श्री शिव पुरी शमशान घाट में भी ऐसे परिवार जो अपने मृतक परिवारिक सदस्य का संस्कार करवाने में असमर्थ होते हं, उनको संस्कार के लिए निशुल्क व्यवस्था करवाई जाती है। इसके अलावा शिवपुरी में जो गैस प्लांट लगाया हुआ है, वहां पर हरेक का निशुल्क संस्कार किया जाता है। कमेटी द्वारा श्री लक्ष्मी नारायण आयुर्वेदिक अस्पताल भी बनाया हुआ है, जहां पर कम खर्चे पर मरीजों का उपचार किया जाता हैं। निश्शुल्क भोजन की भी व्यवस्था करेगी कमेटी

कमेटी के प्रधान एडवोकेट रमेश शर्मा ने कहा कि कमेटी द्वारा कई समाज सेवा के कार्य किए जाते हैं। इसके अलावा धर्म के प्रचार के लिए भी कई प्रोजेक्ट बनाए हुए हैं। उनका उद्देश्य हैं कि लोगों में समानता का वातावरण पैदा किया जाए। सनातन धर्म के प्रचार के लिए भी कमेटी हर एक कार्य कर रही है। शीघ्र ही कमेटी लोगों के लिए निश्शुल्क भोजन शुरू करने की व्यवस्था कर रही है। कमेटी द्वारा प्लस टू तक स्कूल खोलने की योजना है ताकि वहां पर बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान की जाए।

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